Logo
ब्रेकिंग न्यूज़
भाजपा की सरकार में उपेक्षित हैं विश्वकर्मा समाज के लोग-राम आसरे विश्वकर्मा 700 से अधिक वादकारियों ने सीएम को भेजा पत्र, त्वरित न्याय प्रदान करने के लिए प्रभावी कार्रवाई कराने ... जयन्ती पर याद किये गये पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. चौधरी अजित सिंह कुपोषण और एनीमिया से बचाव के लिए कृमि मुक्ति की दवा का सेवन अनिवार्य-सीएमओ पूजन अर्चन के साथ भगवान श्रीराममय हुआ कैली का डायलसिस यूनिट योगी सरकार के जीरो टेलरेंस नीति पर खौलता पानी डाल रही है बस्ती पुलिस सम्पूर्ण समाधान दिवस में 98 मामलें में 06 का निस्तारण जेण्डर रेसियों बढाने के लिए घर-घर सर्वे करके भरवायें मतदाता फार्म: मण्डलायुक्त डीएम एसपी से मिले अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य, संचालित योजनाओं पर चर्चा भाजपा नेता बलराम ने किया पब्लिक डायग्नोसिस सेन्टर के जांच की मांग

बेटे की कोरोना से मौत, सदमे में मां ने भी दम तोड़ा

बस्ती। कुदरहा क्षेत्र के ग्राम परसांव में बृहस्पतिवार की सुबह पत्रकार अखिलेश का करोना संक्रमण से मौत की खबर आई तो पूरे गांव में कोहराम मच गया। बेटे की मौत का सदमा माता पार्वती बर्दाश्त नहीं कर सकीं और शुक्रवार को उन्होंने भी दम तोड़ दिया। गांव में मां-बेटे की मौत ने ग्रामीणों को झकझोर कर रख दिया है। शुक्रवार को मां का भी अंतिम संस्कार कर दिया गया।
परसांव गांव निवासी अखिलेश कृष्ण मोहन लखनऊ में एक पत्रिका में बतौर पत्रकार काम करते थे। अखिलेश लखनऊ में ही परिवार के साथ रहते थे। परिजनों के मुताबिक, 17 अप्रैल को अचानक अखिलेश को तेज बुखार हुआ। उन्होंने तत्काल कोरोना की जांच कराई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। उसके बाद वह एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हो गए।
इसके बावजूद जब उनकी हालत बिगड़ने लगी तो राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त सेवा निवृत्त शिक्षक पिता राम गुलाम के आग्रह पर अखिलेश को पीजीआई में शिफ्ट कर दिया गया। वहां भी इलाज शुरू हुआ। परिवार को अस्पताल प्रशासन दिलासा देता रहा, मगर 13 मई को अखिलेश ने अंतिम सांस ली। भोर में हुई मौत के बाद कोरोना प्रोटोकाल के तहत शव परिवार के लोग सीधे लेकर टांडा स्थित सरयू तट पर पहुंचे, जहां अंतिम संस्कार किया गया। बेटे के खोने की खबर जैसे ही मां पार्वती तक पहुंची, वह पछाड़ खाकर गिर गईं। बेहोश जानकर ग्रामीण और परिवार के लोग उन्हें लेकर सीएचसी बनहरा पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने पार्वती को मृत घोषित कर दिया।