विश्व एड्स दिवस: डीएम ने फीता काटकर किया हस्ताक्षर अभियान का शुभारंभ
– सैकड़ों लोगों ने हस्ताक्षर कर लिया जनजागरूकता का संकल्प
– विद्यालयों व विभिन्न सामाजिक संगठनों ने आयोजित किए कार्यक्रम
कबीर बस्ती न्यूज:
बस्ती। विश्व एड्स दिवस पर शहर के शास्त्री चौक पर जनजागरूकता अभियान चलाया गया। सैकड़ों लोगों ने हस्ताक्षर कर जागरूकता का संकल्प लिया। विभिन्न सहयोगी संगठनों की ओर से कार्यक्रम स्थल पर जागरूकता से सम्बंधित पोस्टर लगाए गए थे। डीएम प्रियंका निरंजन ने फीता काटकर व हस्ताक्षकर अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर सूचना विभाग के कलाकारों ने जादू के माध्यम से जागरूकता का संदेश दिया।
डीएम ने कहा कि एड्स के प्रति लोगों में भ्रांतियां हैं, जिस कारण मरीजों के साथ भेदभाव करते हैं। समाज में इन भ्रांतियों का खंडन कर जागरूकता का संदेश देना होगा। सीएमओ डॉ. आरपी मिश्र ने कहा कि एड्स का प्रसार सिर्फ रक्त और यौन सम्पर्क से होता है। मरीज के साथ रहने में खतरा नहीं है।
एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी/ डीटीओ डॉ. एके मिश्रा ने कहा कि एड्स मरीज के साथ बैठने, हाथ मिलाने, एक बर्तन में खाने व पानी पीने, मच्छर के काटनेे, एक दूसरे का कपड़ा एवं एक ही शौचालय का इस्तेमाल करने, खांसने या छींकने और गले मिलने से संक्रमण नहीं होता है।
अखिलेश चतुर्वेदी, संदीप श्रीवास्तव, गौहर अली, मनोज बरनवाल, प्रशांत श्रीवास्तव, प्रिया पांडेय, रोहित गुप्ता, शिवांगी, अलका, विनोद, दीपक आदि मौजूद रहे।
इन कारणों से होता है संक्रमण
– एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के साथ असुरक्षित यौन सम्बन्ध बनाने
– संक्रमित रक्त या रक्त उत्पाद के चढ़ाए जाने
– संक्रमित सीरिंज या सुई के इस्तेमाल
– एचआईवी संक्रमित गर्भवती के बच्चे
एड्स की अवस्था तक आने में लगता है पांच साल
डॉ. मिश्रा ने बताया कि एचआईवी से एड्स की अवस्था में पहुंचने में पांच से दस साल का समय लगता है। समय से लक्षणों की पहचान कर दवाओं के नियमित सेवन, देखभाल से इस समय की अवधि को बढ़ाया जा सकता है। एड्स के प्रमुख लक्षणों में वजन घटना, एक महीन से अधिक बुखार आना और एक महीने से अधिक दस्त रहना शामिल हैं। लगातार खांसी, चर्म रोग, मुंह एवं गले में छाले होना, लगातार सर्दी एवं जुकाम, याददाश्त खोना, मानसिक क्षमता कम होना और शारीरिक शक्ति का कम होना शामिल हैं।