Logo
ब्रेकिंग न्यूज़
स्वास्थ्य सेवाओं मे उत्कृष्ठ योगदान के लिए सम्मानित किये गये डा0 अजय कुमार चौधरी बिना पीएनडीटी के जी.सी.अल्ट्रासाउंड सेन्टर संचालक चला रहा है स्वास्थ्य विभाग के सीने पर हथौडा अहिल्याबाई होलकर के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को जीवन्त कर रहे हैं मोदी, योगी-डॉ. रमापति राम त्रिपाठी योजनाओं एवं चिकित्सीय सुविधाओं के संबंध में गुणात्मक सुधार लायें  अधिकारी- मण्डलायुक्त शिकायतों पर आकृति डायग्नोस्टिक सेन्टर सील, संचालक को थमाया नोटिश, हडकम्प रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण शुरू होने पर प्रसन्नताः व्यापारियों ने बांटी मिठाई महिला उत्पीड़न से सम्बन्धित मामलों की आयोग की सदस्या ने की सुनवाई एंटी रैबीज सीरम लगाये जाने को लेकर मण्डलीय कार्यशाला सम्पन्न विश्व हिन्दू महासंघ ने सौंपा ज्ञापन, गोहत्यारों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग एक देश एक चुनाव’ पर प्रबुद्ध समागम में चर्चा

समस्याओं को लेकर बस्ती उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने सौंपा 6 सूत्रीय ज्ञापन

कबीर बस्ती न्यूज:

बस्ती। बस्ती उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिलाध्यक्ष आनंद राजपाल के नेतृत्व में संगठन का एक प्रतिनिधि मंडल उप जिलाधिकारी सदर से मिला। व्यापारियों ने जिलाधिकारी को सम्बोधित 6 सूत्रीय ज्ञापन देकर मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने की मांग किया है। ज्ञापन सौपते समय महामंत्री सूर्यकुमार शुक्ल, अजय कुमार चौधरी, किशन   के गोयल, धर्मेन्द्र कुमार चौरसिया, अशोक श्रीवास्तव, जितेन्द्र आदि मौजूद रहे।
ज्ञापन में कहा गया है कि नगरपालिका परिषद बस्ती की ओर से समय समय पर नोटिस जारी कर व्यापारियों का मानसिक व आर्थिक शोषण किया जा रहा है। अभी हाल में व्यापारियों को अतिक्रमण हटाने की नोटिस जारी की गयी है। जबकि तीन बार कोरोना की त्रासदी झेलने के बाद मुश्किल से व्यापार पटरी पर आ रहा है, इस समय शादी ब्याह का समय चल रहा है, ऐसे में अतिक्रमण हटाये जाने की कार्यवाही लग्न के बाद की जाये तो बेहतर होगा। व्यापारियों ने कहा है कि हम व्यापारी भी अतिक्रमण नही चाहते, और अपना शहर और सुन्दर और सुरक्षित बनाने में हर संभव योगदान देने को तैयार रहते हैं। लेकिन व्यापारियों को कभी विमर्श का हिस्सा नही बनाया जाता। बल्कि तरह तरह की नोटिस भेजकर व्यापारियों का उत्पीड़न किया जाता है। इससे पहले नगरपालिका ने लाइसेंस के नाम पर नोटिस भेजकर रजिस्ट्रेशन का दबाव बनाया है।
व्यापारियों ने अतिक्रमण हटाने से पहले अतिक्रमण किये गये हिस्से का चिन्हांकन कराने, दुकानों के सामने नालियों पर ढक्कन लगवाने, व्यापारियों के साथ ही सरकारी स्तर पर भी किये गये अतिक्रमण को हटवाने, नया टैक्स लगाने या अतिक्रमण हटाओ अभियान संचालित करने से पहले व्यापारियों के साथ वार्ता करने, शहरी क्षेत्र की सड़कों को गड्ढा मुक्त कराने तथा छुट्टा जानवरों व बंदरों के आंतक से निजात दिलाने की मांग की गयी है। व्यापारियों ने स्पष्ट किया है कि वे टैक्स देकर राष्ट्र नर्माण में अपना योगदान योगदान देते हैं। स्थानीय स्तर पर भी तरह तरह के टैक्स लिये जाते हैं, इसके एवज में उन्हे बुनियादी सुविधाओं की दरकार है। ऐसे में एकतरफा अपेक्षायें छोड़कर समन्वय बनाये रखने के लिये मांगों पर विचार किया जाना जरूरी है।