Logo
ब्रेकिंग न्यूज़
भाजपा की सरकार में उपेक्षित हैं विश्वकर्मा समाज के लोग-राम आसरे विश्वकर्मा 700 से अधिक वादकारियों ने सीएम को भेजा पत्र, त्वरित न्याय प्रदान करने के लिए प्रभावी कार्रवाई कराने ... जयन्ती पर याद किये गये पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. चौधरी अजित सिंह कुपोषण और एनीमिया से बचाव के लिए कृमि मुक्ति की दवा का सेवन अनिवार्य-सीएमओ पूजन अर्चन के साथ भगवान श्रीराममय हुआ कैली का डायलसिस यूनिट योगी सरकार के जीरो टेलरेंस नीति पर खौलता पानी डाल रही है बस्ती पुलिस सम्पूर्ण समाधान दिवस में 98 मामलें में 06 का निस्तारण जेण्डर रेसियों बढाने के लिए घर-घर सर्वे करके भरवायें मतदाता फार्म: मण्डलायुक्त डीएम एसपी से मिले अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य, संचालित योजनाओं पर चर्चा भाजपा नेता बलराम ने किया पब्लिक डायग्नोसिस सेन्टर के जांच की मांग

बलिया: बोर्ड परीक्षा में अंग्रेजी का पर्चा लीक मामले में आरोपियों पर लगा एनएसए

अदालत ने दे दी पूर्व जिला विद्यालय निरीक्षक बृजेश कुमार मिश्रा को भी जमानत

                                पत्रकारों पर लगाये गये तीन गंभीर धाराओं को पुलिस ने हटाया

कबीर बस्ती न्यूज:

बलिया: बोर्ड परीक्षा में अंग्रेजी का पर्चा लीक मामले में जेल में बंद मास्टर माइंड समेत तीन लोगों को को बुधवार को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत निरुद्ध किया गया है। वहीं अदालत ने पूर्व जिला विद्यालय निरीक्षक बृजेश कुमार मिश्रा को भी जमानत दे दी है।

पेपर लीक मामले के विवेचक रसड़ा कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार सिंह ने महराजी देवी स्मारक इंटर कालेज भीमपुरा के प्रबंधक निर्भय नारायण सिंह व नकल माफिया राजू प्रजापति निवासी मऊ तथा रविंद्र नाथ सिंह निवासी अवराई खुर्द पर रासुका के तहत कार्रवाई की है। इसमें डीआइओएस समेत 47 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। जिसमें से तीन पत्रकारों को कोर्ट ने जमानत दे दी है। वहीं पुलिस ने तीनों पर से गंभीर धाराओं को हटा लिया है। बुधवार को जिला प्रभारी जज/ एडीजे- द्वितीय की अदालत ने जेल में बंद निलंबित डीआईओएस बृजेश कुमार मिश्रा की जमानत को स्वीकार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार 30 मार्च को भीमपुरा थाना के किड़िहरापुर स्थित परीक्षा केंद्र महराजी देवी स्मारक इंटर कालेज के प्रबंधक ने ही प्रश्नपत्र को समय से पहले ही निकाल लिया।
कंप्यूटर कार्य करने वाले राजू प्रजापति ने फोटोकॉपी कर अंग्रेजी शिक्षक अविनाश गौतम तक पहुंचाया। यहां से कुछ ही मिनटों में इसके हल प्रश्नपत्र को फिर से निर्भय नारायण को उपलब्ध कराया गया। जिसे 25 से 30 हजार रुपये प्रति छात्र के रेट में बेचा गया था।