अधिवक्ताओं व कर्मचारियों को खिलाई फाइलेरिया की दवा
– न्यायालय में चलाया गया एमडीए अभियान का माप अप राउंड
– जिले में विभिन्न स्थानों पर खिलाई जा रही है छूटे लोगों को दवा
कबीर बस्ती न्यूज:
संतकबीरनगर। फाइलेरिया उन्मूलन अभियान एमडीए का माप अप राउण्ड चल रहा है तथा जिले के 10 क्षेत्रों में इस अभियान को चलाया जा रहा है। इसके तहत छूटे हुए लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलाई जा रही है। आगामी 6 जून तक चलने वाले इस अभियान में सभी छूटे हुए लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलाकर शत प्रतिशत उपलब्धि हासिल करना ही लक्ष्य है । इसी कड़ी में सरकारी कार्यालयों के साथ ही कालोनियों व जिला न्यायालय में भी छूटे हुए लोगों को शनिवार को फाइलेरिया की दवा खिलाई गयी। न्यायालय में अधिवक्ताओं और वहां के कर्मचारियों को भी दवा खिलाई गयी।
यह जानकारी देते हुए अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी वेक्टर बार्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम (वीबीडीसीपी) डॉ वी पी पाण्डेय ने बताया कि मुख्य चिकित्सा धिकारी डॉ इन्द्र विजय विश्वकर्मा के निर्देशन में जिले में एमडीए अभियान का शुभारंभ 12 मई को किया गया जो 28 मई तक चला। अब 1 जून से माप अप राउण्ड की शुरुआत हुई है। इस दौरान छूटे हुए लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलाई जा रही है। कोई भी व्यक्ति दवा खाने से छूटने न पाए। 28 मई तक चले इस अभियान के दौरान कुल 17 लाख लोगों को दवा खिलानी थी। कुल जनसंख्या 20 लाख के 77. 1 प्रतिशत लोगों यानि 15 लाख लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलाई जा चुकी है। सोमवार तक यह अभियान पूरे जनपद में चलेगा।
मुख्य विकास अधिकारी की पत्नी ने भी खाई दवा
माप अप राउण्ड में ही मुख्य विकास अधिकारी एसएन श्रीवास्तव की पत्नी 50 वर्षीय श्रीमती शिल्पी श्रीवास्तव ने भी फाइलेरिया की दवा खाई। उन्होने बताया कि वह बाहर गयी हुई थीं, जिसके चलते वह फाइलेरिया की दवा नहीं खा पाई थीं। माप अप राउण्ड में टीम के लोग उनके यहां पहुंचे तथा दवा खिलाई। फाइलेरिया की दवा खिलाने वाली नर्स पूर्णिमा भारती बताती हैं कि उन्होने आजमपुर की आशा कार्यकर्ता के साथ मिलकर आफिसर्स कालोनी के सभी लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलाई है। कालोनी में सभी अधिकारियों व उनके परिवार के लोगों ने फाइलेरिया की दवा खा ली है।
दवा खाकर ही बच सकते हैं फाइलेरिया से – राम सिंह
जिला मलेरिया अधिकारी राम सिंह ने बताया कि हर उस व्यक्ति को दवा खिलानी है जो लोग अभियान के दौरान किसी कारणवश छूट गए हैं। फाइलेरिया जैसी बीमारी को दूर भगाने के लिए एमडीए की दवाएं ही एकमात्र हथियार है। लगातार 5 साल तक फाइलेरिया की दवा खाने से ही फाइलेरिया से बचा जा सकता है। दवा स्वास्थ्यकर्मी के सामने ही खानी है और इसका सेवन दो वर्ष से अधिक उम्र के (गर्भवती और गंभीर तौर पर बीमार लोगों को छोड़ कर) सभी लोगों को करना है।