कृषक जागरूकता कार्यक्रम के तहत जनपद स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी सम्पन्न
योजनाओं का लाभ किसानों को दिलाना सुनिश्चित करें: संजय चौधरी
पराली जलाने से पर्यावरण के साथ–साथ मिट्टी की नष्ट होती है उर्वरा शक्ति: प्रियंका निंरजन
कबीर बस्ती न्यूज:
बस्ती : किसानों की आय दुगुना किए जाने के लिए बहुत सी योजनाए संचालित की गयी है। अधिकारी इन योजनाओं का लाभ किसानों को दिलाना सुनिश्चित करें। उक्त निर्देश जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी ने दिये है। वे भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी प्रेक्षागृह में कृषि सूचना तंत्र के सुदृढीकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम योजनान्तर्गत रबी वर्ष 2022-23 में जनपद स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि इस अवसर पर किसानों के लिए प्रदर्शनी आयोजित की गयी है, जिसमें कृषि, उद्यान, मत्स्य, रेशम, कृषि यंत्र, फसल सुरक्षा, नैनो यूरिया के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी गयी। उन्होने किसानों से अपील किया कि वे इन कृषि यंत्रों का उपयोग करके लागत कम करे और उत्पाद का अच्छा मूल्य प्राप्त करके अपनी आय में वृद्धि करें।
पराली प्रबंधन तथा कृषि गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी प्रियंका निंरजन ने कहा कि पराली जलाने से पर्यावरण के साथ-साथ मिट्टी की उर्वरा शक्ति नष्ट होती है। उन्होने सुझाव दिया कि पराली निकट की गोशाला में उपलब्ध कराये। ग्राम प्रधान द्वारा इसकी ढुलाई करायी जायेगी। इसके अलावा डी कम्पोजर का उपयोग करके पराली की खाद भी बनायी जा सकती है। किसानों की आय बढाने के लिए उन्होेने उद्यान विभाग द्वारा मशरूम, मखाना, सिंघाड़ा की खेती को बढावा देने के लिए निर्देश दिया। प्रगतिशील किसान विजेन्द्र बहादुर पाल ने भी किसानों से खेत में पराली न जलाने की अपील किया।
कृषि विज्ञान केन्द्र के बैज्ञानिक डा. बी.बी. सिंह ने गेहूॅ एंव धान के बीज ब्रिडर से प्राप्त कर अपने खेत मंे तैयार करने का सुझाव दिया। पराली प्रबंधन के लिए उन्होने डी बेस्ट कम्पोजर उपयोग मंे लाने का सुझाव दिया। फसल सुरक्षा के वैज्ञानिक डा. प्रेम शंकर ने कहा कि फसल सुरक्षा की विधियों को अपनाकर भी किसान अपनी आय बढा सकते है।
जिला कृषि अधिकारी मनीष सिंह ने बताया कि जनपद में डीएपी की कोई कमी नही है। ए आर कोआपरेटिव ने बताया कि साधन सहकारी समितियों पर भी खाद उपलब्ध है। लीड बैंक मैनेजर ने बताया कि बैंक शाखाओं पर कैम्प लगाकर किसानों का के.सी.सी. बनाया जा रहा है। फसल बीमा सुरक्षा योजना के बारे में कृषि अधिकारी ने बताया कि पिछले खरीफ में 17 हजार किसानों को रू0 6.73 करोड़ क्षतिपूर्ति किसानों के खाते में भेजी गयी है।
सीडीओ डॉ. राजेश कुमार प्रजापति ने बताया कि पराली प्रबंधन के लिए सभी लेखपाल एंव पंचायत सचिवों को निर्देशित किया गया है। खेतों में पड़ी हुयी पराली ग्राम प्रधान द्वारा गोशालाओं में पहुॅचायी जायेंगी। संयुक्त निदेशक कृषि अविनाश चन्द्र तिवारी ने बताया कि मण्डल में कृषि निवेशों की पर्याप्त उपलब्धता है। उन्होने बताया कि इस वर्ष मण्डल में 645 सोलर फोटो वोल्टाइक सिंचाई पम्प की स्थापना का लक्ष्य है। गोष्ठी में सहायक निदेशक रेशम रितेश सिंह, मस्त्य के संदीप वर्मा, उद्यान अधिकारी संतोष दूबे, लघु सिंचाई के डा. राजेश कुमार, भूमि संरक्षण अधिकारी डा. राजमंगल चौधरी ने योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दिया।
गोष्ठी में आये हुए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए उप निदेशक कृषि अनिल कुमार ने बताया कि 6 हजार कुन्तल बीज प्राप्त हो गया है। बाढ से प्रभावित किसानो को निःशुल्क मिनीकिट वितरित किया जायेंगा। गोष्ठी में विधायक प्रतिनिधि सरोज मिश्र, शैलेन्द्र दूबे, गुलाब चन्द्र सोनकर, फूलचन्द्र श्रीवास्तव, तथा प्रगतिशील किसानगण उपस्थित रहें।