पुरानी पेंशन बहाली को लेकर गरजे शिक्षक, मांगो को लेकर सौंपा ज्ञापन
कबीर बस्ती न्यूजः
बस्ती। पुरानी पेन्शन बहाली की मांग को लेकर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला कोषाध्यक्ष एवं बनकटी ब्लाक अध्यक्ष अभय सिंह यादव, शिक्षामित्र संघ के ब्लॉक अध्यक्ष राघवेंद्र उपाध्याय एवं पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के पूर्व अध्यक्ष दुर्गेश राव के संयुक्त अध्यक्षता में शिक्षकों ने गुरूवार को बीआरसी कार्यालय से ब्लॉक मुख्यालय तक पैदल मार्च कर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन खंड विकास अधिकारी को सौंपा। कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष उदय शंकर शुक्ल, मंत्री राघवेंद्र सिंह व जिला प्रवक्ता सूर्य प्रकाश शुक्ल मौजूद रहे।
बनकटी ब्लॉक के शिक्षको ने बीआरसी कार्यालय बनकटी पर एकत्रित होकर पुरानी पेंशन बहाली सहित अन्य मुद्दों की मांग को लेकर पैदल मार्च करते हुए ब्लॉक मुख्यालय बनकटी पहुंचकर बनकटी के खंड विकास अधिकारी धनेश यादव को अपना ज्ञापन सौंपते हुए सरकार से कर्मचारियों के हित में पुरानी पेंशन बहाली की मांग की। अभय सिंह यादव ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि पुरानी पेंशन हम कर्मचारियों का अधिकार है। कर्मचारियों के हित में सरकार को इसे बहाल करने का फैसला लेना चाहिए। पूरे प्रदेश के कर्मचारियों में सरकार के प्रति पेंशन को लेकर रोष व्याप्त है। सरकारी से बाहर नहीं कर देती तब तक इसी प्रकार आंदोलन चलता रहेगा।
उदय शंकर शुक्ल एवं राघवेंद्र सिंह ने सभी शिक्षकों को एकजुट होकर पेंशन की लड़ाई लड़ने के लिए आवाहन किया। जिला प्रवक्ता सूर्य प्रकाश शुक्ल, सुदर्शन त्रिपाठी, रामचंद्र शुक्ल ने एक सुर से कहा की पेंशन हम कर्मचारियों के बुढ़ापे का सहारा है और इसे संघर्ष करके लेकर रहेंगे।
शिक्षा मित्र वेलफेयर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष रामपराग चौधरी एवं ब्लॉक अध्यक्ष राघवेंद्र उपाध्याय ने कहा कि हमारा संगठन शिक्षकों के पुरानी पेंशन की मांग का समर्थन करता है।
ज्ञापन सौंपते हुए मुख्य रूप से कार्यवाहक अध्यक्ष मोहम्मद इकबाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष मारूफ खान, मंत्री चंद्रशेखर शर्मा, कोषाध्यक्ष रामरेखा चौधरी, दुर्गेश राव, अतुल कृष्ण राज, रवि प्रकाश शुक्ला, चंद्रशेखर सजारा, कृष्ण बिहारी पांडेय, आशा त्रिपाठी, प्रसाद चतुर्वेदी , जितेंद्र कुमार दुबे , राम गुणाकर यादव, मनोज बाल्मीकि, अभिलाषा त्रिपाठी, विभा चौधरी , सुनीता सिंह,रुचि चौधरी, संजू यादव के साथ बड़ी संख्या में शिक्षक मौजूद रहे।