कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में ठीक नही मिला शिक्षण व्यवस्था, कार्यवाई के निर्देश
कबीर बस्ती न्यूजः
बस्ती : जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने कुदरहा ब्लॉक में कस्तूरबॉ गॉधी बालिका विद्यालय तथा पूर्व माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। ब्लॉक परिसर में 90 लाख रुपए की लागत से बनने वाले बहुउद्देशीय सभागार का शिलान्यास किया। उन्होने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में शिक्षण व्यवस्था ठीक ना पाए जाने पर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी तथा गणित की शिक्षिका के विरुद्ध कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया है। पूर्व माध्यमिक विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा गणित, अंग्रेजी एवं पहाड़ा सही-सही लिखे जाने पर उन्हें टाफी देकर पुरस्कृत किया। निरीक्षण के दौरान ब्लाक प्रमुख अनिल दुबे, सीडीओ डॉ. राजेश कुमार प्रजापति उपस्थित रहे।
कस्तूरबा गांधी विद्यालय में जिलाधिकारी ने कक्षा 7 में रेखा गणित के प्रश्न छात्राओं से पूछे। कोण तथा बीजगणित के सवालों के बारे में जानकारी लिया, जिसे छात्राएं नहीं बता पाई। यद्यपि कि गणित की शिक्षिका ने बताया कि क्लास में शाम को भी वह बच्चों को पढ़ाती है। समुचित टाइम टेबल ना बनाए जाने तथा अध्यापकों द्वारा नियमित क्लास न लेने की स्थिति पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त किया। उन्होंने ब्लॉक शिक्षा अधिकारी से कहा कि बगल में कार्यालय होने के बावजूद उनका सुपरविजन खराब है। जिलाधिकारी ने विद्यालय परिसर में कक्षा 9 से 12 तक की छात्राओं के लिए बन रहे विद्यालय का निरीक्षण किया। अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग को निर्देशित किया कि कार्य में तेजी लाएं तथा समय से निर्माण कार्य पूरा करें। यहां पर इस वर्ष से शिक्षण कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
ब्लॉक कुदरहा के निरीक्षण में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि सभी 5 सहायक विकास अधिकारियों को बराबर-बराबर कलस्टर बांटकर विकास कार्यों का संचालन कराएं। 75 में से 20 अवशेष आंगनबाड़ी केंद्र का बाउंड्रीवाल बनवाएं। 9937 में से 7400 वृद्धावस्था पेंशन लाभार्थी का आधार सीडिंग हो गया है। 475 विधवा पेंशन के लाभार्थियों का आधार सीडिंग अवशेष है। इसे 1 सप्ताह में पूरा करने के लिए उन्होंने निर्देशित किया है।
स्वच्छ शौचालय की समीक्षा करते हुए उन्होंने निर्देश दिया है कि परिवार रजिस्टर से प्रत्येक ग्राम पंचायत में परिवार की संख्या के अनुसार शौचालय का सत्यापन कराए। राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित महिला स्वयं सहायता समूह को ब्लाक पर बुलाकर विभिन्न विधाओं में ट्रेनिंग कराएं ताकि उनकी आजीविका में वृद्धि हो सके। मोटे अनाज उगाने के लिए भी कुछ महिला स्वयं सहायता समूह को तैयार करें। समूह की ट्रेनिंग के लिए दो कलस्टर के बीच में ट्रेनिंग शेड का निर्माण कराएं। महिलाओं को आर्टिफिशियल ज्वेलरी बनाने की ट्रेनिंग दिलाएं।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि प्रत्येक गांव में 10 प्रतिशत महिला स्वयं सहायता समूह का सत्यापन कराएं। उन्होंने निर्देश दिया कि जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत तथा ग्राम पंचायत निधि एवं मनरेगा से कराए जाने वाले कार्य का कार्य प्रारंभ होने से पहले, कार्य होते हुए तथा कार्य समाप्त होने पर फोटो तैयार कराएं तथा पत्रावली में लगाएं। मनरेगा के अंतर्गत 10.29 लाख के सापेक्ष 8.72 लाख मानव सृजन होने पर उन्होंने असंतोष व्यक्त किया तथा इसे शत-प्रतिशत लक्ष्य पूरा करने का निर्देश दिया। 11000 में से 1464 मस्टर रोल शून्य पाए जाने पर भी उन्होंने नाराजगी व्यक्त किया।
समीक्षा में जिलाधिकारी ने पाया कि कुल 75 ग्राम पंचायतों में से केवल 40 में मनरेगा द्वारा कार्य कराया जा रहा है। उन्होंने शेष 35 ग्राम पंचायतों में भी कार्य कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने निर्देश दिया कि अच्छा तथा खराब कार्य करने वाले पंचायत सचिवों को चिन्हित करें। निरीक्षण के दौरान डीडीओ अजीत श्रीवास्तव, पीडी कमलेश सोनी, डिप्टी कलेक्टर/बीडीओ आशुतोष तिवारी, सभी सहायक विकास अधिकारी तथा कर्मचारी गण उपस्थित रहे।