सत्ता के नशे मूे चूर भाजपा प्रत्याशी पत्रकारों को दे रहा है 13 मई के बाद देख लेने की धमकी
चुनाव व चर्चा से बाहर हुई भाजपा प्रत्याशी सीमा खरे
पिछले 10 सालों से नपा बस्ती पर था भाजपा का कब्जा
इस चुनाव मे मतदाताओं ने भाजपा को सिरे से नकारा आ सकता है अप्रत्याशित परिणाम
कबीर बस्ती न्यूज।
बस्ती। सत्ता के नशे मे चूर नगर पलिका के अध्यक्ष पद के भाजपा प्रत्याशी सीमा खरे पत्नी अनूप खरे का कुनवा अब पत्रकारों को धमकी देने से बाज नही आ रहा है। भाजपा नेता अनूप खरे का कथित भतीजा दिव्यांशु खरे 13 मई के बाद सभी को देख लेने की धमकी दे रहा है। वास्तव मे भाजपा प्रत्याशी का खीज पत्रकारों से नही बल्कि मतदाताओं से है जो भाजपा प्रत्याशी को सिरे से नकार चुके हैं। यहां कहावत चरितार्थ है कि सौती के झार भतार के उपर। चौतरफा मतदाताओं के नकार से भाजपा प्रत्याशी का पारा सातवें आसमान पर है। अब देखना यह है कि 13 मई को परिणाम आने के बाद किसके साथ कौन सी घटना घटने वाली है।
इस निकाय चुनाव मे भाजपा की हालत जिले मे बद से बद्तर है। जहां प्रदेश के मुखिया और सांसद हरीश द्विवेदी सहित भाजपा के अनेक दिग्गज नेता मतदाताओं के मन को बदलने मे नाकामयाब रहे। इसकी सकसे बडी वजह यह रही है कि पिछले 10 सालों से नगर पालिका परिषद बस्ती के अध्यक्ष पद पर भाजपा का ही कब्जा रहा। इस दौरान अध्यक्षों ने शहर का विकास न कर अपना तथा अपने चहेतों का जमकर विकास कराया। शहर का विकास अपने दुर्दशा पर आंसू बहाता रहा। आज फिर जुमलों से विकास का गंगा बहाने वाले भाजपाई छत्रप धराशायी हो गये है। यहां भाजपा ने बस्ती नगर पालिका से ऐसे प्रत्याशी को चुनाव मैदान मे उतारा जिसका जनता मे कोई पकड नही था और कोविड काल मे भाजपा नेता अनूप खरे ने जब आम जनता खाने बिना मर रही थी तब वे और तत्कालीन सदर विधायक अपने लेटर पैड पर तत्कालीन जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन को ज्ञापन देकर अपने स्कूलों के अभिभावकों से पुलिस के मदद से फीस की वसूली कराने का दबाव बना चुके हैं। ऐसे लोग शहर के विकास मे विकास की कौन सी गांगा बहायेंगे यह स्वतः प्रमाणित है। सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि अनूप खरे की आम छबि अपने घर मे ही अच्छी नही बतायी जा रही हैे। लोगों का कहना है कि अनूप को उनके घर से ही वोट मिलने की कोई संभावना नही है। अब आप ही सोचिए आम जनता मे यह नेता जी कितने प्रिय होंगे।
अगर बस्ती नगर पालिका अध्यक्ष पद के चुनाव को देखा जाय तो भाजपा का सूपडा साफ होने का चर्चा आम है। बल्कि सपा के अंकुर वर्मा की पत्नी नेहा वर्मा तथा भाजपा के बागी तथा निर्दल प्रत्याशी आशीष शुक्ला की पत्नी नेहा शुक्ला बडे ही दमदारी से चंुनाव लड रहे हैं। जहां मतदाताओं का भाजपा से बागी आशीष शुक्ला के प्रति सिमपैथी देखी जा रही है। वहीं सपा के अंकुर वर्मा स्वच्छ, मिलनसार और राजनीति के क्षेत्र मे अच्छी पकड रखने वाले भी दमदारी से चुनाव लड रहे हैं।