बिना पंजीकरण हास्पिटल और अल्ट्रासाउंड सेन्टर का संचालन, सीएमओ के कार्यशैली पर उठा सवाल
– जिले के जिम्मेदार नोडल अधिकारियों की मिली भगत से संचालित हो रहा है हास्पिटल और अल्ट्रासाउंड सेन्टर
– हर महीने जिम्मेदार अधिकारियों को होती है ऐसे नाजायज सेन्टरों से मोटी कमाई
– हर महीने इस हास्पिटल का चक्कर लगाते हैं दोनों नोडल अधिकारी लेकिन नही होती कोई कार्यवाही
– ऐसे स्वास्थ्य माफियाओं पर क्यों मेहरबान है स्वास्थ्य महकमा, मरीजों के जीवन से हर दिन खेल रहा है राधिका हेल्थ केयर सेन्टर
– बिना पीसीपीएनडीटी के बेखौफ चल रहा है हास्पिटल और अल्ट्रासाउंड सेन्टर
कबीर बस्ती न्यूज
बस्ती। योगी राज मे जिले के भानपुर तहसील क्षेत्र मे बिना पंजीकरण के स्वास्थ्य माफियाओं द्वारा हास्पिटल और अल्ट्रासाउंड सेन्टरों का बेझिझक संचालन पिछले कई वर्षों से किया जा रहा है। ऐसे हास्पिटलों मे राधिका हेल्थ केयर सेन्टर करमहिया वर्तमान समय मे सुर्खियों मे है। इस हास्पिटल का संचालन कथित झोलाछाप टाइप के चिकित्सकों के देखरेख मे संचालित किया जा रहा है। इस हास्पिटल मे भू्रण हत्या, अल्ट्रासाउंड, महिला रोग के साथ ही अनेक गंभीर रोगों के इलाज का दावा कर मरीजों को ठगा और आर्थिक शोषण किया जा रहा है।
मजे की बात तो यह है कि राधिका हेल्थ केयर सेन्टर करमहिया मे न तो कोई प्रशिक्षित चिकित्सक है और न ही कोई स्टाफ नर्स और न ही ऐनम। बिना चिकित्सक और पैरामेडिकल के अस्पताल का संचालन कौन कर रहा है यह हैरत का विषय है। यह अस्पताल पिछले कई वर्षों से बिना पंजीकरण के विभागीय रहमोकरम पर संचालित हो रहा है। प्रेस की टीम जब राधिका हेल्थ केयर सेन्टर पर पहुंची तो वहां न तो कोई प्रशिक्षित चिकित्सक है और न ही कोई स्टाफ नर्स और न ही ऐनम मौजूद मिले और न ही अल्ट्रासाउंड करने वाले चिकित्सक। यहां सवाल यह भी है कि इस हास्पिटल मे अल्ट्रासाउंडकरता कौन है। जबकि हास्पिटल के बोर्ड पर 24 घण्टे इमरजेन्सी सेवा का उल्लेख किया गया है। जानकारी करने पर पता चला कि कोई अनिरूद्व चौधरी नामक व्यक्ति इस अस्पताल का संचालन करता है। और वही विभागीय अधिकारियों को महिमामंण्डित करने का काम भी करता है। चौंकाने वाली बात तो यह प्रकाश मे आयी कि जब भी नोडल अधिकारियों को रूपये की जरूरत पडती है तो उनकी गाडी इस अस्पताल पर पहुंच जाती है जिन्हें अस्पताल प्रबन्धन धन धान्य से अभिसिंचित कर दिया जाता है और समूची कार्यवाही यहीं खत्म हो जाती है। अगर देखा जाय तो जिले मे स्वास्थ्य सेवाओं का जितना बुरा हाल है शायद उतना किसी और जिले मे हो। खैर योगीराज मे जीरो टेलरेंस नीति की बखिया उधेडने वाले स्वास्थ्य माफिया स्वास्थ्य महकमे पर भारी पड रहे हैं।
इस सम्बन्ध मे जब सीएचसी भानपुर के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा0 एस0के0 चौधरी से बात किया गया तो उन्होने कहा कि मैने ऐसे अस्पतालों को चिन्हित कर कार्यवाही करने का प्रयास किया था लेकिन सफल नही हो पाया। राधिका हेल्थ केयर सेन्टर करमहिया के संचालक स्वास्थ्य माफिया है उनका सीधा सम्पर्क सीएमओ कार्यालय से है हमने नोडल अधिकारियों को इस बारे मे सूचित कर दिया है और कार्यवाही भी उन्ही के स्तर से ही होनी है।
उपरोक्त सम्पूर्ण प्रकरण मे मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 राजीव निगम से बात किया गया तो उन्होने कहा कि बिना पंजीकरण के हास्पिटल और अल्ट्रासाउंड सेन्टर का संचालन करना गंभीर अपराध है शीघ्र ही छापेमारी कर हास्पिटल संचालक के विरूद्व विधि संगत कार्यवाही की जायेगी। दोषी को कत्तई बख्शा नही जायेगा।