Logo
ब्रेकिंग न्यूज़
स्वास्थ्य सेवाओं मे उत्कृष्ठ योगदान के लिए सम्मानित किये गये डा0 अजय कुमार चौधरी बिना पीएनडीटी के जी.सी.अल्ट्रासाउंड सेन्टर संचालक चला रहा है स्वास्थ्य विभाग के सीने पर हथौडा अहिल्याबाई होलकर के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को जीवन्त कर रहे हैं मोदी, योगी-डॉ. रमापति राम त्रिपाठी योजनाओं एवं चिकित्सीय सुविधाओं के संबंध में गुणात्मक सुधार लायें  अधिकारी- मण्डलायुक्त शिकायतों पर आकृति डायग्नोस्टिक सेन्टर सील, संचालक को थमाया नोटिश, हडकम्प रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण शुरू होने पर प्रसन्नताः व्यापारियों ने बांटी मिठाई महिला उत्पीड़न से सम्बन्धित मामलों की आयोग की सदस्या ने की सुनवाई एंटी रैबीज सीरम लगाये जाने को लेकर मण्डलीय कार्यशाला सम्पन्न विश्व हिन्दू महासंघ ने सौंपा ज्ञापन, गोहत्यारों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग एक देश एक चुनाव’ पर प्रबुद्ध समागम में चर्चा

नाराज ग्रामीणों ने सांड को मार डाला

लखनऊः यूपी की योगी सरकार छुट्टा जानवरों से जनता को निजात दिलाने के लिये अरबों रूपया खर्च कर रही है, लेकिन अफसरों में इच्छाशक्ति की कमी और कामचोरी के कारण समस्या से राहत नही मिल रही है। आये दिन लोग छुट्टा जानवरों के हमले से घायल हो रहे हैं या उन्हे जान गंवानी पड़ रही है। ताजा मामला उन्नाव का है।

यहां सिंघूपुर गांव में सांड ने महिला को पटक कर मौत के घाट उतार दिया। गुस्साए ग्रामीणों ने घेरकर सांड को लाठी और भाले से मारकर उसे मौत मौत के घाट उतार दिया। ग्रामीणों ने गांव में स्थित प्राथमिक स्कूल में आवारा घूम रहे मवेशियों को भरकर हंगामा शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि रिहायशी इलाकों को छुट्टा जानवरों से मुक्त किया जाये। एएसपी और एसडीएम सदर ग्रामीणों को मनाने में लगे थे। सदर विधायक पंकज गुप्ता भी मौके पर पहुंचे। डीएम रविंद्र कुमार ने 5 लाख आर्थिक मदद का आश्वासन दिया है।

गांव के रहने वाले स्वर्गीय तेजपाल की पत्नी गुड्डी भोर में शौच के लिए घर से बाहर ही निकली थी कि वहां से गुजर रहे सांड ने हमला बोल दिया। गंभीर रूप से जख्मी होने कि वजह से गुड्डी ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। उसके बाद ग्रामीण लाठी भाला धारदार हथियार लेकर वहां इकट्ठा हो गए। महिला पर हमला करने वाले सांड को घेर लिया और पिटाई शुरू कर दी। ग्रामीणों ने पीट-पीटकर सांड को मार डाला। प्रशासन ने मौके की नजाकत देखते हुए ग्रामीणों को शांत कराने के लिए तत्काल तीन कैटल वाहनों को मंगाकर मवेशियों को उसमें भरवाना चालू कर दिया है।गांव में जो अन्ना मवेशी हैं उन्हें वाहनों में भरकर अलग-अलग गौशालाओं में ले जाया जा रहा है। प्रतीकात्मक फोटो