प्राणायाम, अनुलोम-विलोम से कोरोना को मात देंगे कोरोना संक्रमित मरीज
बस्ती। कोविड-19 से संक्रमित लोगों को प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, गुब्बारा फुलाने तथा गहरी साॅस लेने और छोड़ने का अभ्यास कराया जायेंगा ताकि वे बिना आक्सीजन के कोरोना को मात दे सकें। जिलाधिकारी श्रीमती सौम्या अग्रवाल की अध्यक्षता में विकास भवन परिसर में आयोजित सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी तथा आरआरटी टीम के सदस्यों को इसके बारे में अवगत कराया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि होम आइसोलेशन तथा एल-1 हास्पिटल में रह रहे लोगों को इस अभ्यास से काफी लाभ होगा। उन्होने एल-1 हास्पिटल पचपेड़िया रोड स्थित सेल्टर होम में प्रीजम्टिव मरीजो को शिफ्ट करने का निर्देश दिया है।
उन्होने कहा है कि सर्दी, खासी, जुखाम, बुखार एवं अन्य प्रारम्भिक लक्षणों वाले व्यक्यितों की घर-घर सर्वे किया जा रहा है। आशा और आगनबाड़ी अपने साथ दवाओं की किट भी ले जा रही है तथा ऐसे लक्षण वाले व्यक्तियो के लिए एंव उनके परिवार के लिए पर्याप्त दवाए दे रही है। उन्होने कहा कि सर्वाधिक मरीज हर्रैया तहसील मे पाये जा रहे है। यहाॅ पर सर्वे टीम तथा आरआरटी टीम के साथ पर्याप्त पुलिस बल संबंधित एसडीएम भेजवाना सुनिश्चित करें।
उन्होने निर्देश दिया है कि जिन गाॅव में अधिक केस निकल रहे है और वहाॅ कलस्टर बनाया गया है वहाॅ के लोग घर से बाहर बिलकुल नही निकलेंगें। उन्हें आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बाहर से की जायेंगी। नियमित रूप से सेनिटाइजेशन कराया जायेंगा तथा हैवी लाकडाउन लगाया जायेंगा। उन्होने निर्देश दिया कि पाजिटिव केस पाये जाने पर 24 घण्टे के भीतर उसके कान्टैक्ट टेªसिंग कराये तथा ऐसे सभी व्यक्तियों का 48 घण्टे के भीतर सैम्पलिंग कराये प्रति केस 25 कान्टैक्ट टेªसिंग करना अनिवार्य है।
उन्होने निर्देश दिया कि कोविड पाजिटिव मिले व्यक्ति के परिवार के सभी सदस्य हाईरिस्क, आस-पास 10 घरों के लोग लो रिस्क माने जायेंगे तथा सभी का सैम्पल करना अनिवार्य होगा। इसके अलावा कोविड पाजिटिव मिले व्यक्ति का पिछले 10 दिन का टैªवेल हिस्ट्री भी देखा जायेंगा। यदि उसके सम्पर्क में कोई दूसरे प्रदेश का व्यक्ति आया है तो वहाॅ भी सूचना भेजी जायेंगी।
जिला अस्पताल के एसआईसी डाॅ0 आलोक वर्मा ने सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों तथा आरआरटी टीम को प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, गुब्बारा फुलाने तथा गहरी साॅस लेने और छोड़ने का अभ्यास कराने का विस्तार से जानकारी दिया। उन्होने पेट के बल लिटाकर प्रोन सिस्टम से आक्सीजन लेबल बढाने की भी जानकारी दिया। उन्होने कहा कि प्रोन सिस्टम वेन्टीलेटर की तरह काम करता है। उन्होने चेस्ट फीजियोथिरेपी के अनुसार छाती पर धौल जमाने के बारे में बताया। इसके पूर्व उन्होने कैली ओपेक अस्पताल में सभी चिकित्सको को मरीजो को आक्सीजन लेबल तथा उसको आपूर्ति के बारे में विस्तार से जानकारी दिया।
सीएमओ डाॅ0 अनूप कुमार ने बताया कि 03 हजार लीटर सोडियम हाईक्लोराइड स्टोर में आ गया है सभी एमओआईसी इसे प्राप्त कर ले। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया है कि प्रत्येक आरआरटी टीम के साथ दो-दो सफाई कर्मी रहेंगे, जो इसके घोल से क्षेत्र का सेनिटाइजेशन करेंगे। जिलाधिकारी के निर्देश पर एनआरएलएम के उपायुक्त ने बताया कि 05 हजार कपड़े का मास्क वे उपलब्ध करा रहे है, जिसे आशा और आगनबाड़ी कार्यकत्रियों को वितरित किया जायेंगा।
बैठक में सीडीओ डा0 राजेश प्रजापति, उप जिलाधिकारी आशाराम वर्मा, डाॅ0 सीके कन्नौजिया, डाॅ0 सोमेश श्रीवास्तव, डाॅ0 फखरेयार हुसैन, संजेश श्रीवास्तव, जगदीश शुक्ल, इन्द्रपाल सिंह, सुधीर यादव, उमेश, सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी तथा आरआरटी टीम के सदस्य उपस्थित रहें।