कोरोना से जान गंवाने वाले शिक्षकों के परिवारों से मिले प्राशिसं के पदाधिकारी
शासन, विभाग स्तर पर नहीं मिला कोई सहयोग
बस्ती। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव एवं मतगणना के दौरान कोरोना से संक्रमित होकर प्राण गवाने वाले शिक्षक, शिक्षा मित्र, अनुदेशक एवं अनुचरों के परिजनों को आर्थिक सहायता, मृतक आश्रित नौकरी दिलाये जाने के लिये उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ पदाधिकारियों का संघर्ष चरणबद्ध रूप से जारी है। संघ जिलाध्यक्ष चन्द्रिका सिंह, मंत्री बालकृष्ण ओझा, कोषाध्यक्ष दुर्गेश यादव, उपाध्यक्ष शिव प्रकाश सिंह और सुधीर तिवारी, ब्लाक अध्यक्ष डाॅ. प्रमोद सिंह ने सोमवार को कोरोना संक्रमण के दौरान जान गंवाने वाले दो शिक्षक परिवारों से मिलकर उन्हें न्याय का भरोसा दिलाया।
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष चन्द्रिका सिंह ने बताया कि जनपद में शिक्षक, शिक्षा मित्र, अनुदेशक एवं अनुचरों सहित कुल 24 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है। जिलाधिकारी और बेसिक शिक्षा अधिकारी को सभी 24 लोगों का विवरण संघ की ओर से उपलब्ध कराया गया है किन्तु अभी तक पीड़ित परिवारों के परिजनों को शासन एवं विभागीय स्तर पर कोई सहायता नहीं मिल पायी है। मंत्री बालकृष्ण ओझा, कोषाध्यक्ष दुर्गेश यादव ने कहा कि जब तक दुःखी परिवारों को न्याय नहीं मिल जाता चरणबद्ध ढंग से संघर्ष जारी रहेगा।
शिक्षक संघ पदाधिकारियों के प्रतिनिधि मण्डल ने सोमवार को बहादुरपुर विकास खण्ड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय कनैला में कार्यरत सहायक अध्यापक जय गुरूदेव के परिजनों से मुलाकात किया। जयगुरूदेव की गत 25 अप्रैल को चुनाव प्रशिक्षण के बाद कोरोना से निधन हो गया, यही नहीं 8 मई को उनके पिता सेवानिवृत्त शिक्षक मनीराम की भी कोरोना से ही मौत हो गई। परिवार में जयगुरूदेव का 16 वर्षीय पुत्र स्वप्निल एवं उनकी पत्नी ऊषा देवी है। अभी तक शासन स्तर पर कोई सहयोग परिवार को नहीं मिल सका है। शिक्षक संघ पदाधिकारियों ने इसी कड़ी में बहादुरपुर विकास खण्ड क्षेत्र के कन्या पूर्व महाविद्यालय में कार्यरत निर्मला यादव के परिजनों से भेंट किया। सहायक अध्यापक निर्मला यादव की प्रशिक्षण के बाद 29 अप्रैल 2021 को कोरोना से मौत हो गई थी। परिवार में पति प्रदीप यादव, दो पुत्री आकांक्षा और सौम्या तथा पुत्र अंश है। शिक्षकों के प्रतिनिधि मण्डल ने पीड़ित परिवारों को भरोसा दिलाया कि उन्हें हर संभव न्याय दिलाया जायेगा। इसके लिये संघर्ष जारी है।