प्रशिक्षण में किसानों को मिला जैविक खेती का टिप्स
कबीर बस्ती न्यूज,बस्ती।उ0प्र0।
जिले में जैविक खेती के विस्तार के लिए बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और कृषि विभाग उत्तर प्रदेश सरकार के “ट्रांसफॉर्म एग्रीकल्चर इकोसिस्टम” कार्यक्रम के तहत, कृषि विज्ञान केंद्र बंजारिया, बस्ती में कलानामक चावल और अन्य फसलों में जैव-जैविक आदानों पर एक प्रशिक्षण और अभिविन्यास कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर वैज्ञानिक प्रसार राघवेन्द्र विक्रम सिंह नें बताया की कृषि विज्ञान केंद्र के निगरानी में लगभग पांच हजार बीघे कालानमक की खेती जनपद में की गई है। जिसमें पायलट प्रोजेक्ट के तहत 25 एकड़ क्षेत्र में बीएमजीएफ और कृषि विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा समर्थित तकनीकी सहायता इकाई द्वारा बोमलाइफ के साथ मिल कर सिद्धार्थ फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के से जुड़े किसानों द्वारा बस्ती जिले में कालानमक चावल की जैविक खेती की जा रही है।
इस मौके पर बॉमलाइफ बायो-ऑर्गेनिक सॉल्यूशन के संस्थापक अमलन दत्ता नें किसानों को जैविक खेती के फायदे भी गिनाया । उन्होंने बताया की जैव उर्वरकों के उपयोग से उपज की गुणवत्ता में जबरदस्त सुधार आता है साथ ही उत्पादन भी बढ़ता है। उन्होंने बताया की बस्ती जिले में सिद्धार्थ एफपीओ से जुड़े किसानों के जैविक खेती के जरिये आय में इजाफा किया जाएगा . इस मौके पर मार्केटिंग विशेषज्ञ आदर्श सिंह नें उपस्थित किसानों को जैविक तरीके से उगाये गए फसलों के मार्केटिंग का टिप्स भी दिया । इस मौके पर लखनऊ से उत्तर प्रदेश राज्य जैविक प्रमाणन एजेंसी के प्रतिनिधि ने अंजनी सिंग नें जैविक खेती करनें वाले किसानों को जैविक प्रमाणन प्रक्रिया पर विस्तृत जानकारी देते हुए आवेदन प्रक्रिया को समझाया।
कार्यक्रम में के.वी.के बस्ती के विशेषज्ञ फसल सुरक्षा डॉ. प्रेमशंकर नें किसानों को जैविक तरीके से कीट और बीमारियों के नियंत्रण की जानकारी दी। वहीँ उद्यान विभाग में निरीक्षक राम विनोद मौर्या नें विभाग की अनुदान योजनाओं पर जानकारी दिया। सिद्धार्थ एफ.पी.सी के निदेशक राममूर्ति मिश्र, आज्ञा राम वर्मा, राजेन्द्र सिंह, बृहस्पति पाण्डेय, योगेन्द्र सिंह, विजेंद्र बहादुर पाल नें किसानों की आय बढ़ाने के लिए किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दिया।
इस मौके पर बी.एम.जी.एफ और कृषि विभाग लखनऊ के टी.एस.यू टीम ने स्टार्ट-अप टैन90 थर्मल सॉल्यूशंस द्वारा तैयार बेहद सस्ते और सहज एक पोर्टेबल कोल्ड स्टोरेज उपकरण का प्रदर्शन किया। जिसमें उन्होंने बताया की बिना किसी खर्च के छोटे किसान अपने सब्जियों,दूध उत्पाद, मशरूम आदि को लम्बे समय तक सुरक्षित रख सकते हैं।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रमुख रूप से धर्मेन्द्र कुमार पाण्डेय मनिव्रतो पाल, जेपी शुक्ल, अरविन्द पाल, अमित विक्रम त्रिपाठी, कात्यायन शुक्ल, अरविन्द सिंह, अहमद अली, राघवेन्द्र बहादुर पाल, प्रेम प्रकाश उपाध्याय, अमरेश पाण्डेय, राजवंत यादव,रीता पाण्डेय, अवधेश पाण्डेय सहित 85 किसान मौजूद रहे।