मुख्य विकास अधिकारी डॉ0 राजेश कुमार प्रजापति ने आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय अयोध्या द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र बजरिया का निरीक्षण किया। उन्होंने केंद्र पर स्थापित एकीकृत फसल प्रणाली मॉडल, पाली हाउस, नेट हाउस, गुड़ प्रसंस्करण इकाई, बकरी पालन, मुर्गी पालन, फलदार मातृ पौधशाला, कड़कनाथ मुर्गी पालन इकाई आदि का अवलोकन किया। उन्होने ने पाली हाउस में बोई गई खीरा, शिमला मिर्च, टमाटर आदि की पौध को देखकर प्रसन्नता व्यक्त की तथा कहा कि पाली हाउस की तकनीक को ग्रामीण स्तर पर प्रचार-प्रसार करने की आवश्यकता है, क्योंकि इस तकनीक को किसान भाई अपना कर बेमौसमी सब्जियों का उत्पादन कर स्वरोजगार के साथ ही साथ अधिक आय अर्जित कर सकते हैं। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार ने पाली हाउस एवं नेट हाउस की स्थापना पर सब्सिडी भी प्रदान कर रखी है, जिसका लाभ अधिक से अधिक किसानों को उठाना चाहिए।. भ्रमण के दौरान उन्होंने काला नमक धान एवं मूंगफली के ट्रायल का अवलोकन करते हुए कहा कि वर्ष में दो बार लगाई जाने वाली मूंगफली की प्रजाति नित्या हरिथा एवं टी.जी.सी. 37 व अधिक उत्पादन देने वाली काला नमक धान की प्रजाति का बीज अधिक से अधिक किसानों को वितरित किया जाए, जिससे उनके उत्पादन को बढ़ावा दिया जा सके तथा आय संवर्धन में मदद मिल सके। इसके साथ ही साथ उन्होंने कहा कि गोटवा बाजार से इस केंद्र तक आने वाली सड़क का मरम्मत भी कराया जाएगा, जिससे केन्द्र पर किसानों को आने-जाने मे परेशानी न हो। केंद्राध्यक्ष प्रो. एस. एन. सिंह ने अवगत कराया कि सरकार की मंशा के अनुरूप किसानों की आय संवर्धन हेतु कार्य योजना बनाकर उसी के अनुरूप विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं तथा केंद्र पर एकीकृत फसल प्रणाली के अंतर्गत फसल उत्पादन, फल, सब्जी उत्पादन, बकरी पालन, मुर्गी पालन, मछली पालन ,मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन पर आधारित मॉडल इस केंद्र पर स्थापित है तथा इन मॉडलों को किसानों के प्रक्षेत्र पर भी बनवाए जा रहे हैं। निरीक्षण के दौरान परियोजना निदेशक कमलेश कुमार सोनी, ,अधिशासी अभियंता पीडबलूडी शुभनरायन, सहायक अभियंता प्रियंकमणि त्रिपाठी, खंड विकास अधिकारी प्रभा शंकर चौबे ,जिला गन्ना अधिकारी मंजू सिंह, केंद्र के वैज्ञानिक डॉ0 डी.के. श्रीवास्तव, आर .बी. सिंह, बीना सचान, देवेन्द्र सिंह, ग्राम प्रधान श्याम चौधरी तथा केंद्र के कर्मचारी गण उपस्थित थे ।