धर्मगुरुओ ने लिया समाज को क्षय रोग से मुक्त करने का संकल्प
− जिला क्षय रोग कार्यालय में आयोजित हुई संगोष्ठी
− क्षय रोग के बारे में दी गयी विविध जानकारियां
कबीर बस्ती न्यूज:
संतकबीरनगर: जिला क्षय रोग कार्यालय में आइकोनिक वीक आफ हेल्थ के तहत जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए धर्मगुरुओ के साथ संगोष्ठी आयोजित की गयी। इस अवसर पर धर्मगुरुओं ने क्षय रोग को जड़ से समाप्त करने के लिए संकल्प लिया । जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ एस डी ओझा की अध्यक्षता में आयोजित इस संगोष्ठी में विविध विषय के जानकारों ने क्षय रोग के सम्बन्ध में धर्मगुरुओ को जानकारी प्रदान की।
धर्मगुरुओ को सम्बोधित करते हुए जिला क्षय रोग अधिकारी डा. एसडी ओझा ने कहा कि देश को 2025 तक क्षय रोग से मुक्त करना है। इसके लिए यह आवश्यक है कि धर्मगुरु अपने समाज के लोगों को इसके प्रति जागरुक करें, ताकि लोग खुद आकर क्षय रोग के बारे में विभाग को बताएं तथा समय पर इलाज लेकर इसे समाज से दूर करें। समाज में व्याप्त भ्रान्तियों को दूर करने का दायित्व समाज के धर्मगुरुओं का ही है। इस दौरान क्षय रोग के जिला कार्यक्रम समन्वयक अमित आनन्द ने जिले में क्षय रोग के इलाज के विभिन्न सेंटर्स तथा जांच केन्द्रों के बारे में बताया।
इस अवसर पर मौलवी एजाज, सलीम अंसारी, भारत स्वाभिमान मोर्चा के योग प्रशिक्षक राज रतनसेन सिंह, सरदार हरिभजन सिंह, पं कृष्णानन्द मिश्रा, नुरुल हक, मौलाना एहतेशाम, मकसूद अहमद, सरदार अमरजीत सिंह, सलीम अंसारी, प्रीति कुमारी, जहीर आलम, फादर राजीव रंजन, साधना रंजन व अजय चौधरी के साथ ही अन्य धर्मगुरु मौजूद रहे।
शरीर के हर अंग में हो सकती है टीबी
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ एसडी ओझा ने बताया कि क्षय रोग माइक्रोबैक्टीरिया, ट्यूबरक्लोसिस नामक जीवाणु के संक्रमण के कारण होताहै। यह रोग मुख्यतः फेफडों में होता है। शरीर के अन्य अंगो जैसे दिमाग, हड्डी , ग्रन्थियों व आंत में भी हो सकता है। यह रोग टीबी के रोगी द्वारा खांसने या छींकने, रोगी द्वारा इधार उधर खुली जगह पर बलगम थूकने पर व रोगी के कपड़े, तौलिए, चादर आदि का प्रयोग करने से हो सकताहै।
यह लक्षण दिखें तो जरुर दिखाएं लोगो को
जिला क्षय रोग अधिकारी ने धर्मगुरुओं को बताया कि यदि किसी व्यक्ति को दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी रहे , बुखार रहता हो तथा शाम को बढ़ जाता हो, सीने में दर्द हो, खांसी के साथाखून आए, भूख न लगे, वजन घटता हो यह टीबी के लक्षण हैं। यदि किसी भी व्यक्ति के अन्दर क्षय रोग के यह लक्षण दिखाइ दें तो उनकी जांच कराएं, जिससे समाज को क्षय रोग से मुक्त कराया जा सके ।