Logo
ब्रेकिंग न्यूज़
अमित हास्पिटल मे बीएएमएस डिग्री धारक करता है महिला रोगों तथा अन्य गंभीर रोगों का इलाज न डिग्री न रजिस्ट्रेशन फिर भी कथित वैध आर0 डी0 चौधरी करता है नाक कान गला रोग का इलाज जिले मे नाजायज अल्ट्रासाउंड सेन्टरों का भरमार यहां यमराज करते हैं मरीजों का अल्ट्रासाउंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन पदाधिकारियों को दिलाया शपथ, दायित्वों पर खरा उतरें पत्रकार-डा. वी.के. वर्मा निजी डायग्नोस्टिक सेन्टरों पर रजि0 चिकित्सकों के स्थान पर मुन्ना भाई करते हैं अल्ट्रासाउंड भाजपा की सरकार में उपेक्षित हैं विश्वकर्मा समाज के लोग-राम आसरे विश्वकर्मा 700 से अधिक वादकारियों ने सीएम को भेजा पत्र, त्वरित न्याय प्रदान करने के लिए प्रभावी कार्रवाई कराने ... जयन्ती पर याद किये गये पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. चौधरी अजित सिंह कुपोषण और एनीमिया से बचाव के लिए कृमि मुक्ति की दवा का सेवन अनिवार्य-सीएमओ पूजन अर्चन के साथ भगवान श्रीराममय हुआ कैली का डायलसिस यूनिट

गंगाजल को हाथ में लेकर झूठी कसम खाने वाली कांग्रेस की राज्य सरकार- पूर्व जिला पंचायत सभापति अश्वनी शर्मा

भाटापारा।भाटापारा पूर्व जिला पंचायत सभापति अश्वनी शर्मा ने आज मुख्यमंत्री भुपेश बघेल पर तीखा हमला करते हुए कांग्रेस की राज्य सरकार को लबरा सरकार बताया। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के लिए कांग्रेस पार्टी और उसके नेता गंगाजल को हाथ में लेकर कसम खाए थे,जिन वादों के साथ राज्य में कांग्रेस की सरकार आई, कांग्रेस ने उनमें से एक भी वादों को पूरा नहीं किया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान कहा था 2 साल का बोनस देंगे अगर हमारी सरकार आती है। सरकार आए आज 22 महीना हो गया पर राहुल गांधी और उनकी सरकार ने आज तक बोनस नहीं दिया। भूपेश सरकार की कथनी और करनी का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाटापारा में युवक कांग्रेस शराब दुकान के बाहर ओवर रेट के लिए धरना प्रदर्शन करती है। बेरोजगारों को 25 सौ भत्ता देने की सरकार ने बात कही थी, आज तक एक भी बेरोजगार को 01 रुपिया भी नहीं दिया।
आज के इस धरने के माध्यम से हम मांग करते है कि धान खरीदी 1 नवम्बर से प्रारंभ की जाए एवं प्रति एकड़ 20 क्विंटल खरीदी की जाए।
अश्वनी शर्मा ने राज्य सरकार से कहा कि केंद्र की हमारी नरेंद मोदी सरकार ने छत्तीसगढ़ से 60 लाख मेट्रिक टन चावल खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया है।60 लाख मेट्रिक टन चावल के लिए 90 लाख मेट्रिक टन धान की आवश्यकता होगी।शर्मा ने कहा कि पिछले वर्ष राज्य शासन ने 83 लाख मेट्रिक टन धान खरीदा था,पिछले वर्ष की तुलना में केंद्र सरकार चावल ज्यादा मात्रा में राज्य सरकार से खरीद रही है,इसलिए राज्य सरकार को किसानों से 15 क्विंटल प्रति एकड़ में खरीदने के स्थान पर 20 क्विंटल प्रति एकड़ खरीदना चाहिए।
धान ख़रीदी पिछले वर्ष 01 दिसम्बर से की गई थी जिस कारण किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था।इस बार किसानों के हितों को ध्यान में रख कर राज्य सरकार धान खरीदी 01 दिसम्बर के स्थान पर 01 नवम्बर से एवं प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदने की व्यवस्था करे।