जयंती पर याद किये गये बसपा संस्थापक कांशीराम
कबीर बस्ती न्यूजः
बस्ती। बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम की 88 वीं जयंती पर उन्हें याद किया गया। बसपा कार्यालय पर मंगलवार को जिलाध्यक्ष जय हिन्द गौतम के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व विधायक भगवानदास ने कहा कि 15 मार्च 1934 को पंजाब के रूपनगर जिले में पैदा हुये कांशीराम ने राजनीति की ऐसी रेखा खींची, जो समय के साथ गहरी होती चली गई। उन्होंने खुलकर जाति की बात की, दलितों और पिछड़ों को साथ में एक मंच पर लाने का नया समीकरण ही नहीं बनाया बल्कि इसको यथार्थ में बदल दिया। उन्होने दलित समाज को प्रतिष्ठित करने के लिये जिस प्रकार से श्रम किया उनका योगदान सदैव याद किया जायेगा। उनके जयंती अवसर पर संकल्प लेना होगा कि बसपा की मजबूती के लिये कार्यकर्ता पूरी ताकत से जुट जाय।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये कल्पनाथ बाबू ने कहा कि चुनाव परिणामोें से निराश होने की जगह फिर से मजबूती से आगे आने की जरूरत है। हमें जनता का भरोसा जीतना होगा। मुख्य सेक्टर प्रभारी के.के. गौतम ने कहा कि कांशीराम ने कहा था कि जब तक हम राजनीति में सफल नहीं होंगे और हमारे हाथों में शक्ति नहीं होगी, तब तक सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन संभव नहीं है। राजनीतिक शक्ति सफलता की कुंजी है। इसे गांठ बांधकर हमें आने वाले चुनावों में पूरी ताकत से जुट जाना है।
कांशीराम के जयंती अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को मुख्य रूप से लालचंद निषाद, राम सूरत चौधरी, यशोदानन्द निषाद, सुभाष गौतम, कुलदीप मणि मिश्र आदि ने सम्बोधित करते हुये कांशीराम जी के संघर्ष और संकल्पों पर विस्तार से प्रकाश डाला। वक्ताओं ने कहा कि अब समय आ गया है कि बहन मायावती के नेतृत्व में पूरी ताकत से जुटकर पार्टी को मजबूत किया जाय। बसपा जिलाध्यक्ष जयहिन्द गौतम ने कांशीराम के बताये रास्ते पर चलने का आवाहन किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से संजय धूसिया, सुभाष चौधरी, अतर सिंह गौतम, रामनिरंजन राना, छटंकी प्रसाद, साहबदीन निषाद, उमेश चन्द्र विश्वकर्मा, प्रेमसागर, भूपेन्द्र राणा, धर्मदेव प्रियदर्शी, राजकुमार आर्य, पी.आर. आजाद, अवनीश कुमार, झिनकान प्रसाद राम सिधारे, घनश्याम गौतम, गामा कन्नौजिया, रामकरन गौतम, के.सी. मौर्य, राजीव राव, राजेन्द्र गौतम, यागेन्द्र कुमार गौतम, शिवराम कन्नौजिया, बनवारी लाल कन्नौजिया, पवन कुमार गौतम, रामफेर गौतम, अब्दुल मलिक, अब्दुल सलाम खान के साथ ही बड़ी संख्या में बसपा पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल रहे।