पहले दिन स्क्रीनिंग में 66 बंदियों में मिले टीबी के लक्षण
– जेल में चलाए गए अभियान में 709 की हुई स्क्रीनिंग, 27 का लिया गया सैम्पल
– अभियान के पहले चरण में आवासीय संस्थानों में की जा रही जांच
कबीर बस्ती न्यूज।
बस्ती। सक्रिय क्षय रोगी खोज (एक्टिव केस फाइंडिंग ) अभियान के पहले चरण में पहले दिन सोमवार को जिला जेल में 709 बंदियों की स्क्रीनिंग की गई। इसमें 66 लोगों में टीबी के लक्षण मिले। इनमें से 27 लोगों के बलगम का नमूना मौके पर लिया गया।
अभियान के दूसरे दिन मंगलवार को भी राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कर्मियों की टीम जिला जेल पहुंची तथा जो बंदी छूट गए थे, उनकी स्क्रीनिंग की | इसके अलावा मंगलवार को मदरसा दारूल ऊलूम जामिया हनफिया, दारूल ऊलूम दरिया खां, बाल सम्प्रेक्षण गृह में टीबी की जांच की गई। बुधवार को वृद्धा आश्रम बनकटा व जवाहर नवोदय विद्यालय रुधौली में छात्रों व शिक्षकों की जांच की जाएगी।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एके मिश्रा ने बताया कि आवासीय संस्थानों में कम जगह पर ज्यादा लोगों के रहने व वहां के वातावरण में टीबी संक्रमण की आशंका रहती है। समय-समय पर जांच से टीबी के रोगी को चि्ह्तित कर उनकी दवा शुरू करा दी जाती है। एक बार दवा शुरू हो जाने के बाद मरीज से संक्रमण फैलने का डर नहीं रह जाता है। अभियान में डॉक्टर्स फॉर यू संस्था भी सहयोग कर रही है।
डॉ. मिश्रा ने बताया कि 23 फरवरी को ब्लॉक पर प्रशिक्षण कार्यक्रम है। 24 फरवरी से घर-घर अभियान शुरू किया जाएगा। इसके लिए 240 टीम लगाई गई हैं, जो 5.80 लाख लोगों तक पहुंचकर स्क्रीनिंग करेंगी। लक्षण पाए जाने पर उनका नमूना लेकर जांच कराई जाएगी। रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उनका पंजीकरण कराकर दवा शुरू कराई जाएगी। इसी के साथ उनके घर के अन्य लोगों की भी जांच कराई जाएगी। घर पहुंचने वाली टीम के सवालों का उत्तर बेझिझक दें। टीबी को वर्ष 2025 तक देश से समाप्त करने के अभियान के क्रम में एसीएफ व अन्य कार्यक्रम कारगर साबित होगा।
एसीएफ अभियान एक नजर में
वर्ष मिले रोगी
2017 47
2018 177
2019 62
2020 60
2021 115
2022 137
यह लक्षण दिखें तो जरुर कराएं जांच
दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी बनी रहे, ऐसा बुखार रहता हो जो शाम को बढ़ जाता हो, सीने में दर्द रहता हो, बलगम के साथ खून आ रहा हो, भूख न लगे और वजन घट रहा हो।