डीएम ने किया आमजन से भ्रामक सूचनाओं से सर्तक रहने की अपील
बस्ती। कोविड-19 के प्रभावी नियंत्रण के लिए लोगों को जागरूक करने, टीकाकरण के लिए लोगो को प्रेरित करने तथा भ्रामक सूचनाओं को नजरअंदाज करने के लिए जिलाधिकारी श्रीमती सौम्या अग्रवाल ने लोगों से अपील किया है। भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश शासन द्वारा जारी निर्देशों के क्रम में उन्होंने जिले में कोविड-19 के प्रोटोकॉल मास्क लगाना, दो गज की दूरी रखना, तथा व्यक्तिगत स्वच्छता पर ध्यान देने का उन्होंने निर्देश दिया है। सभी उप जिलाधिकारी तथा पुलिस क्षेत्राधिकारी, तहसीलदार एवं नगर पालिका, नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारियों को भेजे गए पत्र में उन्होंने कहा है कि कोविड-19 के प्रोटोकॉल की कार्य योजना तैयार करके व्यापक रूप से प्रचार प्रसार किया जाए।
अपने पत्र में जिलाधिकारी ने कहा है कि वायरस के संचरण को रोकने के लिए लोगों को भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में जाने से बचना चाहिए। इन क्षेत्रों का नियमित रूप से सैनिटाइजेशन कराना चाहिए। कोविड-19 होने की आशंका के मद्देनजर सार्स-को-टू पॉजिटिव व्यक्ति, सारी व्यक्ति, फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्ति का परीक्षण प्राथमिकता पर कराया जाए तथा उनको कोरेन्टीन किया जाए। कोविड-19 पॉजिटिव पाए व्यक्तियों के संपर्क में आये लोगों का भी टेस्ट करा कर उन्हें आइसोलेट रखा जाए। एक से अधिक कोविड-19 केसेस पाए जाने पर कंटेनमेंट जोन बनाया जाए तथा आवश्यक सेवाओं को छोड़कर आवागमन प्रतिबंधित किया जाए।
उन्होंने कहा है कि रात्रिकालीन कर्फ्यू के दौरान आवश्यक सेवाओं के अतिरिक्त व्यक्तियों के आगमन को प्रतिबंधित किया जाए तथा धारा 144 का कड़ाई से पालन किया जाए। सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन ,सांस्कृतिक ,धार्मिक, उत्सव तथा सभाओं को प्रतिबंधित किया जाए। शादी समारोह में अधिकतम 50 तथा अंतिम संस्कार में अधिकतम 20 व्यक्तियों के उपस्थिति की अनुमति दी जाएगी। सभी शॉपिंग कांप्लेक्स, सिनेमा हॉल, रेस्टोरेंट, एवं बार, खेल कांप्लेक्स, जिम, स्पा, स्विमिंग पूल और धार्मिक स्थान पूरी तरह बंद रहेंगे। सरकारी एवं निजी क्षेत्र के स्वास्थ्य सेवा, पुलिस, अग्निशमन, बैंक, विद्युत, जल एवं सिंचाई, आम परिवहन के निर्धारित आवश्यक संचालन को अनुमति होगी।
उन्होंने कहा है कि सभी औद्योगिक एवं वैज्ञानिक प्रतिष्ठान सरकारी एवं निजी अपने कार्य बल के साथ आवश्यक दूरी बनाए रखते हुए कार्य करेंगे। समय-समय पर उनका रैपिड एंटीजन टेस्ट कराया जाएगा। सामुदायिक स्वयंसेवक, नागरिक, सामाजिक संगठनों, पूर्व सैनिक, नेहरू युवा केंद्र, एनएसएस के लोगों से समन्वय स्थापित करके आवश्यक सहयोग लिया जाएगा। साथ ही समुदाय के लोगों को प्रेरित करके अधिकाधिक टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने कहा है कि बीमारी के प्रारंभिक लक्षणों के आधार पर त्वरित कार्यवाही की जाए जिससे कि होम आइसोलेशन में रहने वाले व्यक्तियों की मृत्यु को रोका जा सके। इसके लिए उन्हें आरआरटी टीम द्वारा पहले दिन की विजिट में ही मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए। आइसोलेट किए गए व्यक्ति के पास थर्मामीटर तथा पल्स ऑक्सीमीटर होना अनिवार्य है। ग्राम एवं मोहल्ला स्तरीय निगरानी समिति द्वारा होम आइसोलेटेड व्यक्तियों का प्रतिदिन परीक्षण किया जाए। उच्च जोखिम वाले मामलों में विशिष्ट निगरानी रखी जाए। उन्होंने कहा कि बीमारी के प्रारंभिक लक्षणों के आधार पर तत्काल उपचार कराए जाने पर मरीज जल्दी ठीक हो जाते हैं और 90 प्रतिशत् से अधिक व्यक्ति कोविड-19 संबंधी बीमारी एवं डर को दूर करते हुए ठीक भी हुए हैं। सभी सामाजिक संगठनों वरिष्ठ नागरिकों द्वारा इस प्रकार का सकारात्मक वातावरण तैयार किया जाना चाहिए।