Logo
ब्रेकिंग न्यूज़
अमित हास्पिटल मे बीएएमएस डिग्री धारक करता है महिला रोगों तथा अन्य गंभीर रोगों का इलाज न डिग्री न रजिस्ट्रेशन फिर भी कथित वैध आर0 डी0 चौधरी करता है नाक कान गला रोग का इलाज जिले मे नाजायज अल्ट्रासाउंड सेन्टरों का भरमार यहां यमराज करते हैं मरीजों का अल्ट्रासाउंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन पदाधिकारियों को दिलाया शपथ, दायित्वों पर खरा उतरें पत्रकार-डा. वी.के. वर्मा निजी डायग्नोस्टिक सेन्टरों पर रजि0 चिकित्सकों के स्थान पर मुन्ना भाई करते हैं अल्ट्रासाउंड भाजपा की सरकार में उपेक्षित हैं विश्वकर्मा समाज के लोग-राम आसरे विश्वकर्मा 700 से अधिक वादकारियों ने सीएम को भेजा पत्र, त्वरित न्याय प्रदान करने के लिए प्रभावी कार्रवाई कराने ... जयन्ती पर याद किये गये पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. चौधरी अजित सिंह कुपोषण और एनीमिया से बचाव के लिए कृमि मुक्ति की दवा का सेवन अनिवार्य-सीएमओ पूजन अर्चन के साथ भगवान श्रीराममय हुआ कैली का डायलसिस यूनिट

सीएचओ ई-संजीवनी एप के माध्यम से ले सकेंगे डाक्टरों से चिकित्सकीय सलाह

कबीर बस्ती न्यूज,बस्ती। सीएचओ ई-संजीवनी एप के माध्यम से लोगों को लखनऊ और बनारस बैठे डॉक्टरों से संपर्क करा कर उनको चिकित्सकीय सलाह उपलब्ध कराएंगे। जिलाधिकारी श्रीमती सौम्या अग्रवाल ने सभी सीएचओ को इस कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया है। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सीएचओ की ड्यूटी फील्ड में टीकाकरण कार्य में लगी हुई है। कुछ सीएचओ हेल्थ वेलनेस सेंटर पर भी बैठ रहे हैं। फील्ड में टीकाकरण के दौरान खाली समय में वे अस्वस्थ लोगों का अपने मोबाइल से रजिस्ट्रेशन करा कर लखनऊ और बनारस के डॉक्टरों से उस व्यक्ति की बात कराएंगे जो उन्हें बचाव, सुरक्षा तथा इलाज के परामर्श देंगे।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि सीएचओ हेल्थ वेलनेस सेंटर पर भी इस प्रक्रिया को अपनाएंगे। गंभीर प्रकृति के रोगियों को ई-संजीवनी एप के माध्यम से परामर्श दिलाएंगे। स्वयं भी आए हुए व्यक्ति का शुगर तथा बीपी चेक करेंगे। जिलाधिकारी ने एसीएमओ डॉ0 सीके वर्मा को निर्देश दिया है कि सभी सीएचओ को शुगर तथा बीपी की जांच की मशीन उपलब्ध करा दें।
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक हेल्थ वैलनेस सेंटर कि मेंटेनेंस एवं उपकरणों की व्यवस्था के लिए प्रतिवर्ष रू0 30000 दिए जाते हैं। इस खाते का संचालन ग्राम प्रधान तथा एएनएम संयुक्त रूप से करते हैं। उन्होंने डीपीआरओ को निर्देश दिया है कि शीघ्रातिशीघ्र सभी ग्राम प्रधानों का खाता संचालन शुरू कराये। उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि सफाई कर्मियों को लगाकर ग्रामीण क्षेत्र के सभी भवनों स्कूल, पंचायत भवन, आंगनबाड़ी केंद्र, हेल्थ वेलनेस सेंटर के परिसर का अच्छी तरह साफ सफाई करा दें।
उन्होंने निर्देश दिया है कि ग्रामीण क्षेत्र में सभी 105 हेल्थ वेलनेस सेंटर कोविड-19 परामर्श केंद्र के रूप में कार्य करें। यहां पर एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था हो। कोविड-19 से बचाव एवं रोकथाम के लिए लोगों को आवश्यक जानकारी दी जाए तथा लोगों को जागरूक किया जाए। कोविड-19 के टीकाकरण के प्रति लोगों को प्रेरित किया जाए।
उन्होंने सभी सीएचओ को निर्देश दिया है कि आशा के माध्यम से एनपीसीडीसीएस के अंतर्गत फैमिली फोल्डर पर गांव के प्रत्येक परिवार का डाटा एकत्र कराएं। फैमिली फोल्डर पर्याप्त संख्या में सभी सीएचसी/ पीएचसी पर उपलब्ध करा दिए गए हैं।
जिलाधिकारी ने कोविड-19 के दौरान सीएचओ द्वारा बचाव एवं रोकथाम के लिए किए गए प्रयासों की सराहना किया। उन्होंने कहा कि सभी सीएचओ पर्याप्त शिक्षित है। फील्ड में काम करने के दौरान 50 से 100 लोग उनके संपर्क में प्रतिदिन आते हैं। उनके ज्ञान और अनुभव का लाभ ऐसे व्यक्तियों को मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक सीएचओ के कार्यों की प्रतिदिन एसीएमओ डॉ9 सीके वर्मा के द्वारा समीक्षा कर रिपोर्ट उन्हें प्रस्तुत की जाएगी।
डॉ0 सीके वर्मा ने बताया कि सीएचओ के संपर्क में आए व्यक्ति का नाम, उसका मोबाइल नंबर तथा बीमारी का प्रकार अपने मोबाइल में ई-संजीवनी एप पर दर्ज करेंगे। दर्ज करते ही उस व्यक्ति के मोबाइल पर ओटीपी आएगा और उसके द्वारा लखनऊ एवं बनारस में बैठे डॉक्टर से संपर्क होगा तथा वह व्यक्ति अपने बीमारी के संबंध में विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह-मशवरा कर सकेगा। उन्होंने बताया कि इस कार्य के लिए सीएचओ को टेबलेट भी दिए जा रहे हैं। प्रशिक्षण के दौरान डीपीएम राकेश पांडे, वरिष्ठ डीपीएम जन्मेजय, दुर्गेश मल तथा सभी सीएचओ उपस्थित रहे।