आयुष्मान कार्ड के लिए 900 लाभार्थियों का किया गया पंजीकरण
– गांव में कैम्प लगाकर बनाया जा रहा है आयुष्मान कार्ड
– नौ जुलाई तक चलाया जा रहा है विशेष पखवाड़ा
कबीर बस्ती न्यून,बस्ती।उ0प्र0।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना(आयुष्मान भारत) के छूटे हुए लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए सोमवार से सभी ब्लॉकों में गांव-गांव में कैम्प लगाए जा रहे हैं। कैम्प में लाभार्थी परिवारों का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए पंजीकरण कराया जा रहा है।
अभियान में 28 जुलाई तक लगभग 500 लोगों का पंजीकरण किया जा चुका है। नौ अगस्त तक चलने वाले इस विशेष पखवाड़े में उन परिवारों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है, जो अभी तक कार्ड से वंचित हैं।
इसी क्रम में जिला मुख्यालय पर बीते दिनों जागरूकता रैली का भी आयोजन किया गया, जिसमें लोगों को आयुष्मान भारत योजना के प्रति जागरूक किया गया। सहज जनसेवा केंद्र (सीएससी) के जिला प्रबंधक राहुल सिंह व सौरभ गुप्ता ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा पखवाड़े के मद्देनजर कैम्प के आयोजन के लिए माइक्रोप्लान तैयार किया गया है। इसी के तहत एक दिन में लगभग 56 कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। जो भी लाभार्थी पहचान पत्र व राशनकार्ड लेकर पहुंच रहा है, उसका पंजीकरण कराया जा रहा है। पंजीकरण के बाद उसका आयुष्मान कार्ड जारी होता है। ज्यादा से ज्यादा लाभार्थी अपना कार्ड बनवाएं इसके लिए जागरूकता का भी कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
योजना के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ. सीएल कन्नौजिया ने बताया कि जिले में 69433 लाभार्थी परिवार ऐसे हैं, जिनके यहां कम से कम एक सदस्य के पास आयुष्मान कार्ड है। 56 प्रतिशत ऐसे परिवार हैं, जिनके किसी भी सदस्य के पास कार्ड नहीं है। यह एक बड़ी संख्या है। इस बार के अभियान ऐसे परिवार को फोकस करने को कहा गया है। ग्राम प्रधान और आशा के सहयोग से लाभार्थी को कैम्प लगाए जाने की सूचना पहले से ही दी जा रही है। उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत योजना की जिला समन्वयक डॉ. स्वाति त्रिपाठी, डीजीएम अजय मिश्रा, जिला सूचना मैनेजर महेंद्र गुप्ता द्वारा कैम्प की मॉनीटरिंग की जा रही है। इसकी प्रतिदिन की रिपोर्टिंग भी हो रही है।
1.59 लाख हैं लाभार्थी परिवार
जनपद में लाभार्थी परिवार की संख्या 1.59 लाख है। एक अनुमान के अनुसार कुल लाभार्थियों की संख्या करीब 7.95 लाख है, इसमें से 1.56 लाख लोगों का आयुष्मान कार्ड बन चुका है। कार्ड धारक परिवार एक साल में पांच लाख रुपए तक का नि:शुल्क इलाज किसी भी अनुबंधित अस्पताल में करा सकते हैं।
दिव्यांग के घर जाकर किया पंजीकरण
बहादुरपुर ब्लॉक के बहादुरपुर कस्बे में एक दिव्यांग लाभार्थी का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए सीएससी का विलेज लेवल इंटरप्रेन्योर (वीएलई) उनके घर पहुंचा। दिव्यांग लाभार्थी चंद्रावती पत्नी कपिलदेव कैम्प तक नहीं पहुंच पा रही थी। वीएलई ने उनके घर पहुंचकर उनकी पहचान कराई। मशीन पर अंगूठे का निशान लिया तथा पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी की।