वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक में जनपद के कृषि विकास हेतु प्राप्त हुए बहुमूल्य सुझाव
कबीर बस्ती न्यूज,बस्ती।उ0प्र0।
प्रो ए. पी. राव ,निदेशक प्रसार ,आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या की अध्यक्षता एवं डॉ राघवेंद्र सिंह ,प्रधान वैज्ञानिक,भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ,अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान ,कानपुर की उपस्थिति में जनपद के कृषिगत अधिकारियों के द्वारा केंद्र व किसानो के लिए हेतु महत्वपूर्ण सुझाव दिया गया।
जिला कृषि अधिकारी मनीष कुमार सिंह ने जैव रसायन, नैनी यूरिया पर ट्रायल करने का सुझाव दिया। प्रतिनिधि संयुक्त निदेशक उद्यान ने ड्रैगन फ्रूट का तैयार करने का सुझाव दिया जिससे किसान सब्जियों के साथ अन्तः फसली खेती कर अधिक आय प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा की फल संरक्षण को अपनाने का किसानों का आह्वान किया और कहा कि इस हेतु गृह विज्ञान अनुभाग नई -2 रेसिपी तैयार करने की तकनीक पर प्रशिक्षण आयोजित करे। भूमि संरक्षण अधिकारी सुधाकर कुमार चक्रवर्ती ने जनपद में काला नमक धान के बीज उत्पादन पर बल दिया तथा गेहूं की उन्नतसील प्रजातियां जैसे कि DBW222 ,DBW303 एवं देर से बोई जाने वाली गेहूं की प्रजातियां DBW 107 को केंद्र पर उत्पादित करने का सुझाव दिया।
जिला कृषि अधिकारी द्वारा खरीफ में मूंगफली की खेती हेतु उपयुक्त प्रजाति का बीज उत्पादन कर केंद्र कृषको को उपलब्ध कराएं. प्रतिनिधि जिला उद्यान अधिकारी द्वारा पूसा नई दिल्ली द्वारा विकसित आन की रंगीन प्रजातियां पूसा सूर्या, अरुनिका ,पूसा पीतांबर का पौध तैयार करने का सुझाव दिया गया . पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ ए. के. राय ने हरा चारा उत्पादन करने हेतु हाइब्रिड नेपियर बाजरा का उतपादन बढ़ाने पर बल दिया.सहायक अभियंता सिंचाई ने दलहनी व तिलहनी फसलो की उन्नतशील प्रजातियों के बीज उत्पादित कर किसानों को उपलब्ध कराने पर बल दिया. प्रभारी मतस्य विकास अभिकरण भारतीय एवं विदेशी कोर्प पर प्रशिक्षण आयोजित करने की सलाह दी। प्रगतिशील कृषक श्री अग्यारम वर्मा ने कश्मीरी सेब एवं हनीमैन 99 को तैयार कर किसानों को उपलब्ध कराने पर बल दिया तथा कहा कि इस प्रजाति को किचेन गार्डन में सम्मिलित किया जाए।
सदस्य एवं प्रगितिशील कृषक दिनेश प्रताप सिंह ने गुड प्रसंस्करण को बढ़ावा देने तथा जनपद के प्रगतिशील किसानों को प्रशिक्षण प्रदान कर नई इकाइयों को स्थापित करने हेतु प्रबंधक नाबार्ड एवं जिला उद्योग केंद्र को सहयोग करने को कहा. प्रगतिशील किसान अरविन्द पाल ने जैविक खेती पर प्रशिक्षण दिए जाने का सुझाव दिया। अरविंद सिंह प्रधान एवं अरविंद पाल ने मत्स्य पालन के साथ डेयरी उद्योग एवं कुक्कुट पालन को बढ़ावा देने पर बल दिया। निदेशक प्रसार प्रो . ए. पी. राव ने आशा व्यक्त किया कि प्राप्त सुझावों का अनु पालन केंद्र के वैज्ञानिक सुनिश्चित करें. जनपद में हर ब्लाक में एकीकृत कृषि प्रणाली (आई एफ एस) मॉडल को अपनाने हेतु किसानो को प्रेरित करें .प्रधान वैज्ञानिक डॉ राघवेंद्र सिंह ने फलों के बाग में औषधीय पौधों की खेती तथा नवीनतम प्रजातियों की पौध रोपण करने का सुझाव दिया. प्रगतिशील कृषक महिला श्रीमती निशि गुप्ता ने कुटीर उद्योग प्रशिक्षण दिए जाने पर बल दिया तथा श्रीमती अंजनी सिंह ने दुग्ध उत्पाद तैयार करने पर बल दिया. केंद्राध्यक्ष प्राध्यापक डॉ एस. एन. सिंह में सभी माननीय सदस्यों का स्वागत करते हुए उनके द्वारा प्राप्त सुझावों का अनुपालन कराने पर बल दिया.
केंद्र के वैज्ञानिक डॉ डी के श्रीवास्तव ने बकरी की ब्लैक बंगाल तथा कड़कनाथ पालन को बढ़ावा देने की बात कही। श्रीमती बीना सचान ने कृषिगत महिलाओं के स्वावलंबन हेतु एक पोषण वाटिका लगाने पर बल दिया .डॉक्टर प्रेम शंकर ने मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने के बारे में जानकारी प्रदान की। डॉ. आर बी सिंह ने काला नमक धान, मूंगफली, सरसों ,गेहूं की उन्नत प्रजातियों के बीज का उत्पादन कर किसानो को उपलब्ध कराया जाएगा. राममूर्ति मिश्रा ने कहा कि अगेती अरहर की प्रजातियों का बीज केंद्र द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। इस बैठक में जनपद स्तरीय अधिकारी, कर्मचारी एवं केंद्र के कर्मचारी निखिल सिंह जेपी शुक्ला, योगेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे।