बुजुर्गों के सेवा से ही प्राप्त होगा मोक्ष- डॉ मनोज सिंह
विश्व बुजुर्ग दिवस पर हुआ आयोजन
कबीर बस्ती न्यूज,बस्ती।उ0प्र0।
जब तक युवा पीढ़ी संस्कार एवं पूर्वजों द्वारा स्थापित मर्यादा का पालन नहीं करेंगे तब तक बुजुर्गों का कल्याण नहीं हो सकता उक्त विचार दीदी चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा निर्मली कुंड स्थित एक विद्यालय में विश्व बुजुर्ग दिवस पर आयोजित एक सेमिनार में वित्तविहीन प्रबंधक महासभा उत्तर प्रदेश के मंडल अध्यक्ष एवं पूर्व अध्यक्ष छात्र संघ डॉ मनोज सिंह ने व्यक्त किया उन्होंने संपूर्ण विश्व में बुजुर्गों के प्रति होने वाले अन्याय और उनके साथ दुर्व्यवहार पर लगाम लगाने के साथ-साथ वृद्धों को उनके अधिकार के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से 14 दिसंबर 1990 के दिन संयुक्त राष्ट्र ने यह निर्णय लिया कि हर साल 1 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस मनाया जाएगा इससे बुजुर्गों को भी उनकी अहमियत का एहसास होगा और समाज के अलावा परिवार में भी उन्हें उचित स्थान दिलाया जा सकेगा ।उन्होंने कहा कि भारत में भी बुजुर्गों की रक्षा और उन्हें अधिकार दिलाने के लिए बहुत कानून बना है लेकिन जमीनी स्तर पर शून्य है।
सोमनाथ निषाद “संत जी ” एवं उमेश कुमार गोस्वामी ने कहा कि जिस परिवार को व्यक्ति अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करता है जिसकी खुशियों के लिए अपनी खुशियां छोड़ देता है वही परिवार उनके वृद्ध होते ही उसे तुच्छ समझने लगता है वैसे तो हम अपने संस्कारों की बात करते हैं लेकिन बुजुर्ग के साथ होते ऐसा व्यवहार को देखकर हमारी ओछी मानसिकता प्रदर्शित होने लगती है।
गौरी शंकर त्रिपाठी अध्यक्ष दीदी चैरिटेबुल ट्रस्ट एवं समाजसेवी अरविंद चौधरी गनेशपुर ने कहा कि वृद्धावस्था होने के बाद इंसान को कई प्रकार के संघर्षों से गुजरना पड़ता है चलने फिरने में दिक्कत कई प्रकार के रोगों से ग्रसित हो जाना परंतु यह समाज का एक सच है कि जो आज जवान है उसे कल बूढ़ा भी होना होगा और इस सच से कोई नहीं बच सकता है लेकिन इस सच को जानने के बाद भी हम जब बुर्जग लोगों पर अत्याचार करते हैं तो हमें अपने मनुष्य कहलाने पर शर्म महसूस होता है।
संगोष्ठी के उपरांत समाज को लगातार आइना दिखा रहीश्रीमती माता को अंग वस्त्र एवं फूल मालाओं से स्वागत किया गया । कार्यक्रम के अध्यक्षता हरिओम चौधरी तथा संचालन रामललन यादव ने किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्वेता, महेश ,नेहा ,राजपाल पासवान ,अक्षय, अंकित आदि लोग उपस्थित थे।