स्माइल ट्रेन ने जिले के 80 से ज्यादा बच्चों के चेहरे पर बिखेरी है मुस्कान
कबीर बस्ती न्यूज,बस्ती।उ0प्र0।
स्माइल ट्रेन ने जिले के 80 से ज्यादा बच्चों के चेहरे पर मुस्कान बिखेरी है। स्माइल ट्रेन योजना के तहत जन्मजात कटे-फटे होंठ व तालू वाले बच्चों का नि:शुल्क ऑपरेशन कराया जाता है। यह उन परिवारों के बच्चे थे, जिनके परिवार के लोग बड़े अस्पताल में भारी रकम खर्च कर इलाज कराने में अस्मर्थ थे। स्माइल ट्रेन योजना के तहत उनका ऑपरेशन व पूरा इलाज नि:शुल्क हुआ है। अब वह सम्मान के साथ सामान्य बच्चों की तरह आगे की जिंदगी बसर कर सकेंगे।
एक बार फिर बस्ती जिले में स्माइल ट्रेन द्वारा लाभार्थियों का पंजीकरण किया जा रहा है। 31 अक्टूबर तक सीएमओ कार्यालय में पंजीकरण होगा। इसके बाद पंजीकृत बच्चों का ऑपरेशन महानगरों के अत्याधुनिक सुविधा वाले अस्पतालों अस्पतलों में ऑपरेशन कराया जाएगा। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के सहयोग से संचालित किया जा रहा है।
वर्ष 2018 में स्माइल ट्रेन के प्रतिनिधियों ने सीएमओ कार्यालय में कैम्प लगाया था। उस समय 80 से ज्यादा बच्चों का पंजीकरण कर उनका सफल ऑपरेशन कराया था। इसके बाद दोबारा अक्टूबर 2021 में यह सुनहरा अवसर लाभार्थियों को मिल रहा है। पंजीकृत बच्चों का ऑपरेशन हेल्थसिटी ट्रामा संन्टर एवं सुपरस्पेशियालटी हास्पिटल, लखनऊ के प्लास्टिक माइक्रोवैस्कुलर कॉस्मेटिक एवं क्रेनियोफेशियल सर्जरी विभाग द्वारा किया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनूप कुमार श्रीवास्तव ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम से सम्बद्ध स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट के बारे में बताते हुए कहा कि कई बच्चों के होठ व तालू जन्मजात कटे होते हैं और पूर्ण रूप से स्वस्थ बच्चे की मुस्कान ही उसका आत्मविश्वास जगाती है। इस आत्मविश्वास को वापस लाने में अमेरिका की स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट के निदेशक डॉ. वैभव खन्ना सार्थक भूमिका निभा रहे हैं।
तीन से पांच हजार जीवित शिशुओं में एक को होती है समस्या
सीएमओ डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि जन्मजात कटे होठ व तालू की समस्या लगभग तीन से पांच हजार जीवित शिशुओं में से एक को हो सकती है। यह होठ के दोनो तरफ अथवा एक ही तरफ संभव है। सामान्यत: तालू के साथ होठ भी कटा होता है, लेकिन कभी-कभी अकेले तालू के कटे होने की सम्भावना भी रहती है। इसके कारणों में की स्पष्ट भूमिका अभी तक नहीं प्रमाणित है। नोडल अधिकारी, आरबीएसके योजना के नोडल अधिकारी डॉ. सीके वर्मा ने बताया कि यह बीमारी बच्चों में जन्मजात होती है तथा प्लास्टिक सर्जरी द्वारा बच्चों के चेहरे पर मुस्कान वापस लाई जा सकती है। इस संस्था द्वारा किसी भी उम्र के लोगों का इलाज पूर्णतया नि:शुल्क किया जा रहा है। अब तक इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत डॉ. वैभव खन्ना के नेतृत्व में 11000 से अधिक मरीजों का नि:शुल्क सफल आपरेशन किया जा चुका है।
अन्य विकारों से ज्यादा है यह जन्मजात विकार
डॉ. वैभव खन्ना (प्लास्टिक सर्जन/प्रोजेक्ट डायरेक्टर स्माइल ट्रेन) ने बताया कि यह जन्मजात विकार अन्य विकारों की अपेक्षा बहुतायत में पाया जाता है। माता-पिता शुरूआती दौर में इस बीमारी को समझ नहीं पाते हैं। समय से उचित चिकित्सीय परामर्श न मिलने से इस बीमारी का इलाज मुश्किल हो जाता है। अगर पैदायशी कटे होठ वाले बच्चे का बच्चा पांच से सात माह और कटे तालू वाले बच्चे का इलाज जन्म के आठ से 15 माह के दौरान किया जाए तो बच्चे के चेहरे पर जीवन भर मुस्कान रहती है। यदि बच्चे की उम्र ज्यादा हो गई हो तो भी सर्जरी हो सकती है। सही समय पर सर्जरी कराने से नतीजा सामान्य से ज्यादा अच्छा होता है।
डीएम ने प्रधानों को लिखी पाती
डीएम सौम्या अग्रवाल ने जिले के सभी ग्राम प्रधानों को पत्र लिखकर अपील किया है कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जन्मजात कटे होंठ एवं तालू वाले बच्चों का सीएमओ कार्यालय में रजिस्ट्रेशन करा लें। उनका नि:शुल्क उपचार कराया जाएगा। सभी ग्राम प्रधानों को भेजे गए अर्ध शासकीय पत्र में उन्होंने कहा है कि यह पंजीकरण 31 अक्टूबर होगा। पंजीकरण का कार्य 21 अक्टूबर से शुरू हुआ है और अभी तक 20 बच्चों का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है। अधिक जानकारी के लिए स्माइल ट्रेन संस्था के प्रतिनिधि नीरज कुमार शर्मा के मोबाइल नं. 9454159999, 9565437056 पर संपर्क किया जा सकता है। यह सुविधा प्रत्येक दिन व निरंतर जारी रहेगी।