स्वास्थ्य विभाग को अपेक्षित सहयोग नही मिलने से जिले में संक्रमण बढ़ने की संभावनाएं और बढ़ी। कलेक्टर ने अधिक से अधिक टेस्टिंग कराने की अपील
बलौदाबाजार।7 अक्टूबर 2020/कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये जिले में चलाये जा रहे कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान में आम जनता द्वारा स्वास्थ्य विभाग को अपेक्षित सहयोग नही मिलने से जिले में संक्रमण की संभावनाएं बढ़ती जा रही है। महात्मा गांधी जी की जयंती दिवस 2अक्टूबर के दिन से शुरू हुआ कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान आगामी 10 अक्टूबर तक जारी रहेगा। जिला मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ खेमराज सोनवानी ने बताया की इन सघन अभियान के दौरान एक बात देखी जा रही है जो एक गंभीर लक्षण व्यक्त करता है। इसके अनुसार कोरोना लक्षण वाले व्यक्ति टेस्ट कराने से बच रहे है। जिससे वह अपने साथ पूरा परिवार एवं समाज को भी खतरे में डाल रहे है। उन्होंने आगे बताया की प्रतिदन जिले के 6 विकासखण्डों में लगभग 38 हजार से अधिक घरों का सर्वे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं स्वास्थ्य विभाग के टीम द्वारा किया जा है। जिसमे से प्रतिदिन लगभग 1 हजार मरीजों में कोरोना वायरस के गंभीर लक्षण दिखने वाले व्यक्ति मिल रहे है। इन्हें अलग से चिह्नांकित कर फोन के माध्यम से सैम्पल टेस्टिंग के लिये निर्धारित जगहों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुलाये जाते है। तो इनमें से करीब 200 लक्षण वाले मरीज ही टेस्टिंग कराने टेस्ट सेंटर पहुँच रहे है। बाकी बचे वह व्यक्ति अपने साथ पूरा परिवार को भी खतरे में डाल रहे है। इसके साथ ही करीब लगभग 800 व्यक्ति कोरोना टेस्ट कराने से बच रहे है। जिससे टेस्टिंग की संख्या में कमी आ रही है।
*कलेक्टर ने अधिक से अधिक टेस्टिंग कराने की अपील*
जिले के आम नागरिको से अपेक्षित सहयोग नही मिलने एवं सर्वे में चिन्हाकित गंभीर लक्षण वाले व्यक्तियों द्वारा कोरोना के टेस्टिंग से बचने के चलते कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने गंभीर चिंता व्यक्त किये है। आज उन्होंने पुनः जिले वासियों से अपील जारी कर अधिक से अधिक टेस्टिंग कराने का आग्रह किये है। उन्होंने कहा की वर्तमान समय मे कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए कोरोना टेस्टिंग जरूरी है। टेस्ट के द्वारा ही ऐसे व्यक्तियों की पहचान कर कोरोना के चैन को तोड़ा जा सकता है। जिससे समाज को सुरक्षित रखा जा सकता है। समाज को सुरक्षित रखने की जवाबदारी हम सब की है। यह लड़ाई केवल एक की नही है। कोरोना वायरस को हम सब आपस में मिलकर एवं एक दूसरे के सहयोग से ही हरा सकते है। वर्तमान समय मे यदि हम संक्रमण को नही रोक पाते है तो इसके गंभीर परिणाम हमारे बीच ही आएंगे और इसमें सबसे अधिक घर के बुजुर्ग,महिलाएं एवं बच्चों के स्वास्थ्य पर सर्वाधिक प्रभाव देखने को मिलेगा।