संस्थागत प्रसव को बढ़ाने के लिए निरन्तर प्रयास कर रहे हैं डॉ राधेश्याम यादव
– आशा कार्यकर्ताओं को निरन्तर गर्भवती के संस्थागत प्रसव के लिए कर रहे हैं प्रेरित
– लेबर रुम के साथ ही मरीजों के लिए अन्य बुनियादी सुविधाओं पर भी दे रहे जोर
कबीर बस्ती न्यूजः
संतकबीरनगर। अगर कोई गर्भवती सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खलीलाबाद में प्रसव के लिए पहुंच जाए और उसकी स्थिति अधिक क्रिटिकल नहीं है तो वह यहां की व्यवस्था देख कर इसी अस्पताल पर प्रसव कराए। यह संकल्प है सीएचसी खलीलाबाद के अधीक्षक डॉ राधेश्याम यादव का। हालांकि उनकी कोशिश रहती है कि वह उसका सामान्य प्रसव कराएं लेकिन फिर भी अगर उसकी सिजेरियन प्रसव होना है तो उसके लिए ऑन काल चिकित्सक बुलवाएंगे, लेकिन उसका प्रसव सीएचसी में ही कराएंगे।
सीएचसी खलीलाबाद के अधीक्षक के रुप में तैनाती के बाद से ही वह निरन्तर सीएचसी की दशा को सुधारने में लगे हुए हैं। 5 किलोमीटर की दूरी पर ही जिला चिकित्सालय है, लेकिन उनकी कोशिश यह रहती है कि उनकी स्वास्थ्य इकाई पर आने वाले हर व्यक्ति को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें। गर्भवती के संस्थागत प्रसव के लिए वह निरन्तर प्रयत्नशील रहते हैं। आशा कार्यकर्ताओं की कलस्टर मीटिंग में वह जरुर जाते हैं तथा उनको संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित भी करते हैं। सर्जन का स्थानान्तरण हो जाने के बाद उन्होने देखा कि सिजेरियन प्रसव के मरीजों को बाहर जाना पड़ेगा तो उन्होंने बाहर से महिला चिकित्सक को हायर किया तथा जुलाई माह में 196 तो अगस्त माह में 327 सामान्य प्रसव के साथ ही 8 सिजेरियन प्रसव भी करवाया। अप्रैल माह से अब तक वह अपनी स्वास्थ्य इकाई में 723 सामान्य प्रसव करा चुके हैं जो पहले की तुलना में अधिक हैं। वहीं ओपीडी में 23824 मरीजों का इलाज कराने के साथ ही साथ 4910 पैथालॉजी जांच भी करा चुके हैं। प्रसव कक्ष में उन्होने आधारभूत सुधार कराए। प्रसव की संख्या के आधार पर लेबर टेबल के साथ ही न्यू बार्न केयर कार्नर, रेडिएण्ट वार्मर, कार्ड क्लैम्प, म्यूकस इक्स्ट्रैक्टर , शोल्डर रोल आक्सीजन सिलिण्डर, लेबर रुम में अनिवार्य सात ट्रे के साथ ही फीटर डाप्लर भी उपलब्ध कराया। परिसर में स्वच्छता व पीने के पानी के भी इन्तजाम भी कराए। वह मूल रुप से रेडियोलाजिस्ट हैं, इसलिए एक्सरे टेक्नीशियन की नामौजूदगी में मरीजों की सुविधा के लिए वह एक्सरे भी संभाल लेते हैं। अस्पताल में इलाज के लिए आने वाली 26 वर्षीया अंजू जो दो माह की गर्भवती हैं वह बताती हैं कि अधीक्षक का व्यवहार मरीजों के प्रति काफी संवेदनशील है। उन्हें यह नहीं पता था कि महिला चिकित्सक कहां बैठती हैं तो उन्होने अधीक्षक से ही पूछ लिया। वह उन्हें वहां तक छोड़कर और चिकित्सकों को निर्देश देकर गए। बाद में चिकित्सकों ने बताया कि वही अधीक्षक हैं। खलीलाबाद के स्टेशनपुरवा निवासी 28 वर्षीया मनीषा बताती हैं कि वह गर्भावस्था के शुरुआती दौर से ही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर चेकअप करवाती थीं। वहां पर उनकी जून माह में नार्मल डिलिवरी हुई थी। वार्ड में साफ सफाई के बेहतर इंतजाम थे और एयर कंडीशन भी लगा हुआ था। दो दिनों में उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई। प्रसव के दूसरे दिन उन्हें एम्बुलेंस के जरिए उनके घर भेजा गया।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चुरेब को मिला कायाकल्प अवार्ड
प्रभारी चिकित्साधिकारी के प्रयासों की ही देन रही कि खलीलाबाद ब्लाक से सम्बद्ध प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चुरेब को वर्ष 2021- 22 का कायाकल्प अवार्ड भी मिला। उन्होने स्वास्थ्य इकाई पर प्रसव की व्यवस्था को बेहतर करने के साथ ही साथ केन्द्र में डिमार्केशन, उपकरणों की उपलब्धता के साथ ही साथ क्रियाशीलता, केन्द्र में साफ सफाई के साथ ही पीने के पानी की व्यवस्था भी करवाई। केन्द्र में आवश्यक जांच की भी व्यवस्था की गयी।
निरन्तर करते हैं हमें प्रेरित – बासमती
बयारा की आशा कार्यकर्ता बासमती बताती हैं कि अधीक्षक हमेशा कलस्टर मीटिंग में पहुंचते हैं तथा आशा कार्यकर्ताओं को प्रेरित करते हैं कि वह अधिक से अधिक संस्थागत प्रसव कराएं तथा गर्भवती को स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं का लाभ दिलाए। वह यह भी कहते हैं कि किसी भी प्रकार का गंभीर प्रसव होगा तो केन्द्र पर सिजेरियन प्रसव भी करा देंगे। वह छाया ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस के अवसर पर उनके केन्द्र अशरफाबाद पर भी आते हैं तथा आशा कार्यकर्ताओं को टीकाकरण के लिए भी प्रेरित करते हैं।
अयोध्याधाम के कथावाचक धरणीधर जी ने किया सम्मानित
जिले में अयोध्याधाम से आए पं धरणीधर पाण्डेय जी ने डॉ राधेश्याम यादव के द्वारा किए गए कार्यो के प्रफुल्लित होकर खुद उनके कार्यालय में पहुंचकर सम्मानित किया। पं धरणीधर मिश्र ने बताया कि उनके पैतृक निवास बघौली क्षेत्र के एक भक्त रामसेवक राय को एक दिन रात्रि काल में पेट में काफी पीड़ा हुई थी। उन्होने इसके लिए अधीक्षक को फोन किया। अधीक्षक उस समय अपने आवास पर थे लेकिन रात्रि में 11 बजे पहुंचकर उन्होने उनके भक्त को तुरन्त चिकित्सकीय सहायता प्रदान की तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया। इसके लिए रात्रि में वह उनके भक्त के पास बैठे रहे। इस बात की जानकारी उनके भक्त ने उन्हें दी तो वह डॉ राधेश्याम यादव को सम्मानित करने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खलीलाबाद पहुंचे तथा उन्हें सम्मानित किया।