सुदामा ने ईश्वर से निरपेक्ष प्रेम किया
श्री बाबा झुंगीनाथ धाम में श्रीमद्भागवत कथा
कबीर बस्ती न्यूज:
बस्ती। श्री बाबा झुंगीनाथ धाम में 7 दिवसीय सरस संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा एवं श्री हरिनाम महामंत्र यज्ञ और सन्त सम्मेलन में व्यासपीठ से कथा के चौथेे दिन कथा व्यास सन्तोष सरन जी महाराज शुक्ल ने कहा कि शरीर रूपी रथ को जो श्रीेकृष्ण के हाथों में सौंप देता है उसे विजय श्री मिलती है । सुदामा ने ईश्वर से निरपेक्ष प्रेम किया तो उन्होने सुदामा को अपना लिया और अपने जैसा वैभवशाली भी बना दिया। मनुष्य का शरीर ही वह कुरूक्षेत्र है जहां निवृत्ति और प्रवृत्ति का युद्ध होता रहता है। जीव जब ईश्वर से प्रेम करता है तो ईश्वर जीव को भी ईश्वर बना देते हैं।
दयानिधि गोस्वामी ने कहा कि भगवान कृष्ण ने जो सम्पत्ति कुबेर के पास भी नही है उसे सुदामा को दिया। सारा विश्व श्रीकृष्ण का वंदन करता है और वे एक दरिद्र ब्राम्हण और उनकी पत्नी सुदामा का वंदन करते हैं।
धार्मिक अनुष्ठान में आयोजक धु्रवचन्द्र पाठक, मुख्य यजमान माता बदल पाठक, शैलेष पाण्डेय, शीतल गोस्वामी, जगदम्बा पाण्डेय, संजय दीक्षित, सतीश चौबे, राकेश पाठक, शीतला प्रसाद पाण्डेय, रामकुमार, हनुमत प्रसाद मिश्र, जगन्नाथ वर्मा , राममूति यादव, जय प्रकाश दास, रंजना पाठक, उर्मिला त्रिपाठी, मिलन, शुभम पाठक, विनोद कुमार गोस्वामी, देवी प्रसाद गोस्वामी, दयानिधि सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु श्रोता उपस्थित रहे।