द्विवार्षिक अधिवेशन में गूंजा पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा
आशुतोष अध्यक्ष, पवन पाण्डेय मंत्री बने
कबीर बस्ती न्यूज।
बस्ती । राज्य कर्मचारी सयुंक्त परिषद सहशाखा विकास खण्ड बनकटी का द्विवार्षिक अधिवेशन एवं चुनाव गुरूवार को ब्लाक सभागार में संयोजक सहायक विकास अधिकारी ‘पंचायत’ गिरजेश श्रीवास्तव की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। अधिवेशन में वक्ताओं ने पुरानी पेंशन की बहाली सहित अन्य मांगो को विस्तार से रखते हुए कहा कि कर्मचारी, शिक्षको के पास आन्दोलन के अलावा अन्य कोई विकल्प नही है। प्रदेश नेत्तृव द्वारा वर्ष 2023 को आन्दोलन वर्ष घोषित किया गया है, ऐसी स्थित में कर्मचारियों को अपनी मांगो के लिए एक जुट होकर अपना अधिकार हासिल करना होगा।
मुख्य अतिथि राज्य कर्मचारी सयुंक्त परिषद के जिलाध्यक्ष मस्तराम वर्मा ने कहा की केन्द्र सरकार एंव राज्य सरकार दोनो मिल कर कर्मचारियों के सुविधाओं में कटौती कर रहे है। कोरोना के नाम पर कर्मचारियों के 18 माह के मंहगाई भत्ता को नही दिया गया, वही पुरानी पेंशन जैसे महत्वपूर्ण मांग पर चुपी साधे हुए है जिसके लिये आर-पार कि लडाई लड़नी होगी।
अधिवेशन के बाद चुनाव अधिकारी राज्य कर्मचारी सयुंक्त परिषद के जिला मंत्री तौलू प्रसाद की देख-रेख में पदाधिकारियों का चुनाव सम्पन्न कराया। इसमे आशुतोष पटेल अध्यक्ष, मुहम्मद कलीम वरिष्ठ उपाध्यक्ष ,पवन पाण्डेय मंत्री, राम प्रकाश सिंह कोषाध्यक्ष, विपिन द्विवेदी लेखा सम्प्रेक्षक के पद पर र्निविरोध निर्वाचित घोषित किये गये।
सहशाखा बनकटी के निर्वाचित पदाधिकारियों को पद एंव गोपनीयता की शपथ दिलाते हुए राज्य कर्मचारी सयुंक्त परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष राम अधार पाल ने कहा कि कर्मचारियों को जो सुविधाए मिल रही है वह पूर्व के आन्दोलनों के जरिए ही प्राप्त हो रही है। कर्मचारियों द्वारा विधानसभा चुनाव से पूर्व जो एक जुटता दिखाई गई थी,उसका परिणाम यह है कि कई राज्यों में पुरानी पेंशन बहाल हुई।
ग्राम्य विकास अधिकारी संघ के मण्डल अध्यक्ष राकेश पाण्डेय ,ग्राम्य पंचायत अधिकारी संघ के अध्यक्ष अरूणेश पाल एव दिवानी न्यायालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अशोक सिंह ने कहा कि कर्मचारियों के समक्ष तमाम चुनौतिया है। सरकार एवं उच्चाधिकारी कर्मचारियों का उत्पीड़न कर रहें है जिसके लिए सभी कर्मचारियों को एक जुट होकर 2023 में पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर होने वाले निर्णायक आन्दोलन में शामिल होकर लोकसभा चुनाव से पूर्व सरकार को झुका कर पुरानी पेंशन बहाली करानी होगी।
अधिवेशन और पदाधिकारियों के चुनाव में मुख्य रूप से परिषद के कार्यालय सचिव संतोष राव, अर्जुन वरूण, प्रदीप गुप्ता, धीरेन्द्र कुमार, सुरेन्द्र यादव,सत्येन्द्र चौधरी ,अमित प्रकाश, संजय कुमार,प्रमोद मिश्रा, मायावती त्रिपाठी, श्वेता चौधरी,सन्तोष कुमार, सत्यनरायण,रामभवन, संजय कुमार, सुमन लता, सहनाज खातून, प्रमिला देवी ,रामदरश, बालकिशुन, रामचन्द्र, योगेन्द्र कुमार, वीरेन्द्र कुमार आदि शामिल रहे।