एटीएम में फंसे कार्ड के माध्यम से रुपये उड़ाने वाले गिरोह का पुलिस ने किया पर्दाफाश
बिहार के चार आरोपियों को पुलिस ने किए गिरफ्तार
सांच हजार रुपये व एक कार के अलावा एटीएम खोलने के उपकरण बरामद
कबीर बस्ती न्यूज।
बस्ती। कोतवाली थाना क्षेत्र के एक्सिस बैंक के एटीएम में फंसे कार्ड के माध्यम से रुपये उड़ाने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। बिहार के चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर उनके पास से सांच हजार रुपये व एक कार के अलावा एटीएम खोलने के उपकरण बरामद किए हैं।
22 मई की शाम मिल्लत नगर बेलवाडाड़ी निवासी अदील अहमद रुपये निकालने नेहरू तिराहा स्थित एक्सिस बैंक के एटीएम पर पहुंचे। यहां जैसे ही वह कार्ड मशीन के अंदर डाले वह फंस गया। इसके बाद तमाम प्रयास किए मगर न तो धन निकाला और न कार्ड। नतीजतन वह परेशान होकर बैंक अधिकारी से मिले। उन्हें यह समझा दिया गया कि उसे तकनीशियन निकालेगा और आपको सूचना दे दी जाएगी। वह घर लौट गए। इसके थोड़ी ही देर बार उनके कार्ड से 69 हजार रुपये निकाल लिए गए। इसकी जानकारी होने के बाद वह पुलिस को सूचना देकर बैंक पहुंच गए। यहां खासी मशक्कत के बाद भी कोई परिणाम नहीं निकाला। नतीजतन पुलिस ने मुकदमा दर्ज लिया। इसके बाद सीसीटीवी कैमरा खंगाला गया। कैमरे में कुछ लोग एटीएम के भीतर जाते दिखे। इसी आधार पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की। एसपी गोपाल कृष्ण चौधरी ने पुलिस व स्वाट टीम को घटना के खुलासा के लिए टास्क दिया। पांच दिन बाद पुलिस ने आखिरकार इस मामले के आरोपियों को अमहट पुल के निकट से दबोच लिया। पुलिस ने इनके पास से एक एटीएम खोलने की चाबी, पेचकस, चार मोबाइल फोन, एक एटीएम कार्ड के अलावा पांच हजार रुपये नकदी बरामद किया है। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम चंदन कुमार निवासी मायापुर थाना फतेहपुर जिला गया, धीरज कुमार निवासी परतापुर, विनय कुमार निवासी पकरी थाना फत्तेहपुर जिला गया (बिहार), अभिषेक कुमार निवासी तुंगी थाना हिसु जिला नेवादा (बिहार) बताया है।
छेड़छाड़ कर चिपका देते थे फर्जी हेल्पलाइन नंबर
पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वे एटीएम से छेड़छाड़ करके उसके ऊपर अपना फर्जी हेल्प लाइन नंबर चिपका देते थे। जब किसी ग्राहक का एटीएम कार्ड मशीन के अन्दर फंस जाता है तो ग्राहक उस फर्जी हेल्पलाइन नंबर पर काल करता है तो ये बताते हैं कि अभी टेक्निशियन खाली नहीं हैं। उसके बाद ग्राहक जब वहां से चला जाता है तो गैंग के अन्य सदस्य जो एटीएम पर मौजूद रहते है वह उस कार्ड को मशीन से निकाल लेते है तथा दूसरे एटीएम पर जाकर पैसा निकाल लेते हैं या इनके लीडर के पास जो स्वैप मशीन रहती है लिडर स्वैप मशीन से एटीएम कार्ड का पैसा अपने खाते में स्वैप कर लेता है। आरोपित चंदर, धीरज कुमार व अभिषेक कुमार का आपराधिक इतिहास भी है