डीएम, सीएमओ और थाना वाले लेते हैं….घूसः डा. सुशील शर्मा
जज साहब और दरोगा की कहानी लघुकथा का किया शानदार चित्रण
डा. सशील शर्मा का बयान वीडियो कैमरे मे हो गया कैद
कबीर बस्ती न्यूज।
बस्ती। डीएम और सीएमओ और थाना वाले घूस लेते हैं……यह कहना है शर्मा हास्पिटल छावनी बस्ती के प्रबन्धक डा. सुशील शर्मा का। डाक्टर साहब ने तो न्यायपालिका को भी निपटा दिया। उन्होने जज और दरोगा के बीच की कहानी को लघुकथा का शानदार चित्रण किया। डाक्टर साहब ने न्यायपानिका, कार्यपालिका और पत्रकारिता को कठघरे मे खडा करते हुए एक बडा सवाल खडा कर दिया डा. सुशील शर्मा का उपरोक्त बयान वीडियो कैमरे मे कैद हो गया। हलांकि डा0 सुशील ने सही आरोप लगाया या झूठ यह तो जांव कराने पर ही पता चलेंगा।
भारत कनेक्ट की टीम शुक्रवार को शर्मा हास्पिटल छावनी मे दो माह पूर्व प्रसव के दौरान हुए एक नवजात के संदिग्ध मौत के मामले मे हास्पिटल के वर्तमान गतिविधियों का पडताल करने शर्मा हास्पिटल छावनी पहुंची थी। प्रेस की टीम को देखते ही बीएएमएस डा0 सुशील शर्मा अपना आपा खो बैठे और नवजात के मौत के वास्तविक कारणों को बनाने से इन्कार कर दिया। डा0 शर्मा ने कहा कि मेरा बेटा और बहू दोनों एमबीबीएस डाक्टर हैं और सरकारी जॉब मे हैं मेरा कलेक्टर भी कुछ नही बिगाड सकता। यहां तों वही कहावत है एक तो चोरी उपर से सीनाजोरी। स्थानीय लोग बताते हैं कि अवैध कार्यों एमटीपी आदि को लेकर यह हास्पिटल चर्चा मे रहता है। उंची पकड और जुगाड के बल पर शर्मा हास्पिटल अबाध गति से संचालित है।
सही तो यह है कि डा0 सुशील शर्मा की डाक्टरी डिग्री ही संदिग्ध है वे अपने नाम के साथ बीएएमएस, फिजीशियन एण्ड सर्जन के साथ ही हड्डी रोग तथा बाल रोग बिशेषज्ञ भी लिखते हैं। बोर्ड पर लिखी गयी यह डिग्रियां जिम्मेदार अधिकारियों को भी नही दिखाई देती हैं। जिसके कारण आम जनमानस ऐसे डाक्टरों से छला और ठगा जाने पर मजबूर है।