विधायक शर्मा ने दागा सवाल विभाग के अफसर ही अपने रिश्तेदारों के नाम से लाइसेंस बनाकर ठेकेदारी कर रहे, जल संसाधन मंत्री ने कहा कि एसडीओ को हटाकर वहां मुख्य अभियंता को भेजकर पूरे कार्यों की जांच कराएंगे
रायपुर। बलौदाबाजार-भाटापारा के जिलों के नहरों के रखरखाव-संधारण के नाम पर राशि डकारने का मामला गुरूवार को विधानसभा में गूंजा। जोगी पार्टी के सदस्य के सवाल पर जल संसाधन मंत्री ने एसडीओ को हटाकर चीफ इंजीनियर से प्रकरण की जांच कराने की घोषणा की।
प्रश्नकाल में जोगी पार्टी के सदस्य प्रमोद कुमार शर्मा ने मामला उठाया। उन्होंने कहा कि विभाग के अफसर ही अपने रिश्तेदारों के नाम से लाइसेंस बनाकर ठेकेदारी कर रहे हैं, और राशि हड़प ले रहे हैं। शर्मा ने कहा कि वहां कोई काम नहीं हो रहा है। ग्रामीणों ने इसको लेकर शिकायतें भी की है, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई।
जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे के पूछने पर श्री शर्मा ने कहा कि एसडीओ वीके सिरमौर पिछले 15-20 साल से पदस्थ हैं। वे अपने रिश्तेदारों के नाम से लाइसेंस बनवाकर खुद ठेकेदारी कर रहे हैं।
इस पर जल संसाधन मंत्री ने कहा कि एसडीओ को हटाकर वहां मुख्य अभियंता को भेजकर पूरे कार्यों की जांच कराई जाएगी। श्री चौबे के इस कदम की जोगी पार्टी के नेता धर्मजीत सिंह ने सराहना की।