पचपेड़िया रोड की समस्या को लेकर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने सौंपा ज्ञापन
बस्ती – शहर को हाइवे से जोड़ने का प्रमुख मार्ग पचपेड़िया रोड वर्षों से गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। वाहनों के निरन्तर आवागमन से यहां पूरे दिन धूल उड़ती रहती हैं इस सड़क के निर्माण के लिये स्थानीय नागरिकों और व्यापार मंडल ने कई बार धरना प्रदर्शन किया है। लेकिन समस्या यथावत है।
एक बार फिर बस्ती उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिलाध्यक्ष आनंद राजपाल की अगुवाई में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर सड़क के निर्माण की मांग की गयी है। व्यापारियों ने 15 दिन का समय देते हुये कहा है कि समस्या के निराकरण के लिये ठोस कदम नही उठाया गया तो 09 अप्रैल को स्थानीय नागरिकों के सहयोग से निर्णायक संघर्ष शुरू होगा। सौंपे गये ज्ञापन में लिखा गया है कि विगत तीन सालों में जनपद में करोड़ों की परियोजनायें आई, शिलान्यास और लोकार्पण हुआ।
किन्तु शहर को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने के लिये बेहद उपयोगी पचपेड़िया रोड की तस्वीर नहीं बदली। प्रशासनिक अमला समस्या को लेकर बिलकुल गंभीर नही रहा, बल्कि आन्दोलन के दौरान डराने धमकाने और झूठे वादों का सहारा लेते रहे। दो बार सड़क की मरम्मत और निर्माण का बजट आया, किन्तु जनप्रतिनिधियों की अडंगेबाजी से काम अधर में रह गया। नतीजा ये है कि रोड गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। आये दिन राहगीर गिरकर चोटिल होते हैं। बरसात के दिनों में समस्या और विकट हो जाती है। गर्मी के मौसम में चाहनों के आवागमन से उठने वाली
धूल लोगों को बीमार कर देती है साथ ही प्रतिष्ठानों में रखे सामान बरबाद हो जाते हैं। आनंद राजपाल ने कहा इस रोड पर कई नामचीन स्कूल, व्यापारिक प्रतिष्ठान, एजेंसियां, सरकारी दफ्तर, बाल सुधार गृह और अस्पताल हैं। दिन रात ये सड़क व्यस्त रहती है। स्थानीय प्रतिनिधियों और प्रशासन को न जाने क्या परेशानी रही कि तीन सालों में पचपेड़िया रोड की बदहाली नही दूर हुई। ज्ञापन सौंपते समय बीडी पाण्डेय, सुनील कुमार गुप्ता, सूर्यकुमार शुक्ला, संजय अग्रहरि, अशोक श्रीवास्तव, आनंद सिंह राठौर आदि मौजूद थे।