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होली में संक्रमण का खतरा कम करने के लिए करे सूखे रंगों का प्रयोग – डा. वी.के वर्मा

बस्ती – देश में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हुई है, जिसमें कोरोना का नया स्ट्रेन लोगों को तेज़ी से संक्रमित कर रहा है। ऐसे में होली का त्योहार मनाने के दौरान कोविड से सबको सुरक्षित रखने के लिए सावधानियां बरतना ज़रूरी है ताकि आप और आपके करीबी सुरक्षित रहें। बस्ती में तैनात जिला अस्पताल के आयुष चिकित्साधिकारी डा. वी.के. वर्मा ने कहा हमारे शरीर में कुछ अंग बेहद संवेदनशील होते हैं।ज्यादातर लोग रंग भी उन्ही अंगों में लगाते हैं, इससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है। बेहतर होगा आप कम से कम लोगों से मिलें। होली के त्योहार में यह पता लगाना मुश्किल होगा कि आपको कौन संक्रमित कर सकता है। इसलिए बेहतर है कि होली सिर्फ अपने परिवार के साथ ही खेलें। आमतौर पर लोग पार्टी का आयोजन करते हैं और लोग जमकर रंगों से खेलते हैं। ऐसी पार्टियों में न जायें। हालांकि, कोविड के फैलाव को देखते हुये सरकार ने ऐसे आयोजनों की अनमुति नही दी है। कोशिश करें कि ऐसी पार्टियों में थोड़ी देर के लिए भी न जाएं।
डा. वी.के वर्मा ने कहा होली में सूखे रंगों का प्रयोग करें, इससे संक्रमण का खतरा कम रहेगा, रंग भी आसानी से हट जायेंगे और पानी भी बचेगा। होली के रंगों में मिले रसायन आपको परेशान कर सकते हैं। रंगों से खुजली होने लगती है और खुजाने से एग्जिमा तक हो सकता है। आजकल आर्गेनिक रंगों का चलन है, इसी का इस्तेमाल करें। हरे, काले रंगो से बचें। भींगने से आपके बीमार होने के चांसेज बढ़ जायेंगे। होली ऐसा त्योहार है कि लोग गले जरूर मिलते हैं। कोई आपसे मिलने आए तो मास्क ज़रूर पहनें। किसी भी संक्रमित व्यक्ति के खांसने और छींकने से कोरोना संक्रमण हो सकता है। इसलिए बेहतर यही है कि मास्क पहने रखें और घर पर ही उतारें। हाथ कतई न मिलायें। सेनेटाइज़र का इस्तेमाल करना न भूलें।
किसी के भी मुंह, आंख, नाक के पास रंग लगाएं और न ही किसी को लगाने दें। कोरोना का संक्रमण शरीर के इन्हीं अंगों से ज्यादा फैलता है। जिन लोगों की इम्यूनिटी कमज़ोर है, उन्हें कोरोना होने का खतरा ज़्यादा होता है। इसलिए त्योहार के समय बाहर का खाना या जंक फूड से बचें। घर का खाना ही खायें। त्योहार पर अगर शॉपिंग के लिए निकलते हैं तो सावधानी बरतें, उचित दूरी बनाये रखें और घर से निकलने और वापस लौटने पर सेनेटाइजर का इस्तेमाल करें। कोई रंग लगाये इससे पहले सनस्क्रीन या बेबी ऑयल पूरी त्वचा पर लगा लें। लिप बॉम का उपयोग करें इससे होठों पर निशान नही पड़ेंगे। बालों में नारियल या सरसों का तेल लगा लें और इन्हे खुला न छोड़ें। मोटे कॉटन कपड़े पहनें जिससे रंग आपकी त्वचा तक आयानी से न पहुंच पायें।
होली के रंगों को हटाने के लिये स्किन को रगड़ें नहीं, बल्कि गुनगुने पानी से भिगाकर 10 से 15 मिनट के लिये छोड़ दें। दूध और बेसन का मिश्रण लगायें, त्वचा पुरानी स्थिति में लौट आयेगी और रंग भी हट जायेंगे। नहाने के बाद मुलायम तोलिये से हलके हाथों से रगड़ें। आयुष चिकित्साधिकारी डा. वी.के वर्मा कहते हैं कि होली में फूड प्वाइजनिंग और स्किन की समस्या ज्यादा होती है। फूड प्वाइजनिंग से बचने के लिये घर के बने सामान खायें और स्किन में किसी तरह की खुजलाहट या अन्य समस्या होने पर उसकी अनदेखी न करें, तुरन्त सक्षम चिकित्सक के संपर्क में आयें।