Logo
ब्रेकिंग न्यूज़
निरीह मरीजों का खून जांच कर रहे है यमराज ...लिख रहे हैं मौत की इबारत...मलाई काट रहे हैं जिम्मेदार वरिष्ठ साहित्यकार सत्येन्द्रनाथ मतवाला पंचतत्व में विलीनः श्रद्धांजलि सभा में नम हुई आंखे बस्ती सदर ब्लॉक में अपनी मांगों को लेकर प्रधान संघ ब्लॉक इकाई ने किया धरना प्रदर्शन नगरीय क्षेत्र में पीएम आवास योजना के धीमी प्रगति पर कमिश्नर नाराज नंद बाबा दुग्ध मिशन को लेकर संपन्न हुई बैठक,  सीडीओ ने दिए निर्देश स्टांप एवं राजस्व वादों के निस्तारण में तेजी लाने के निर्देश डा. वी.के वर्मा कजाकिस्तान में सम्मानित चौरसिया समाज के  महासम्मेलन में राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक मुद्दों पर विमर्श विधायक अजय सिंह ने किया 10 सड़कों का लोकार्पण निर्माणाधीन परियोजनाओं को 30 नवंबर तक पूरा करने के कड़े निर्देश

भाजपा विधायक संजय ने मेडिकल कालेज प्राचार्य पर लगाया मनमानी का आरोप, जांच की मांग

  • जिला अस्पताल में नहीं हो रहा समुचित इलाज, नर्सिंग होमों में सेवा दे रहे हैं सरकारी चिकित्सक
  • मुख्यमंत्री को फिर पत्र भेजकर किया दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग
  • बीडीसी, जिला पंचायत सदस्यों से प्रमाण-पत्र लेने वालों के विरूद्ध हो कार्रवाई

बस्ती । रूधौली विधायक संजय प्रताप जायसवाल द्वारा कोरोना संकट काल में मरीजों और उनकेे तीमारदारों को सुविधा उपलब्ध कराने हेतु मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर समस्याओं को निस्तारित कराये जाने का क्रम लगातार जारी है। उन्होने पुनः मुख्यमंत्री को तीसरा पत्र भेजकर जिला चिकित्सालय बस्ती में कोविड-19 गाइड लाइन का अनुपालन न किये जाने पर कार्यवाही और महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कालेज प्राचार्य द्वारा किये गये अनियमितता का उच्च स्तरीय टीम गठित कर जांच कराये जाने का आग्रह किया है। इसी कड़ी में विधायक संजय ने पुलिस अधीक्षक को पत्र देकर ब्लाक प्रमुख एवं जिला पंचायत अध्यक्ष पद के दावेदारों द्वारा भ्रष्टाचार एवं प्रलोभन देकर बीडीसी एवं जिला पंचायत सदस्यों का प्रमाण-पत्र ले लिये जाने के सम्बन्ध में दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित किये जाने की मांग किया है।
विधायक संजय प्रताप ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा है कि जिला चिकित्सालय बस्ती में कोविड-19 गाइड लाइन का अनुपालन नहीं किया जा रहा है । महामारी को देखते हुये ओपीडी बंद किये जाने का निर्देश जारी किया गया था जिससे आपातकालीन स्थिति में भर्ती किये गये मरीजों को डाक्टरों द्वारा बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराया जा सके किन्तु जिला अस्पताल के इमरजेन्सी के एक शिफ्ट में केवल एक ईएमओ एवं दो फार्मासिस्टों द्वारा कार्य किये जाने के कारण मरीजों को समुचित स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध नहीं हो पा रही है। ओपीडी के कुछ अन्य डाक्टर अस्पताल में सेवा देने की जगह अपने घर पर, निजी नर्सिंग होम, प्राइवेट अस्पतालों में 500 से 800 रूपये तक की फीस लेकर मरीज देख रहे हैं और जिला अस्पताल में उपेक्षा के कारण मरीज दम तोड़ने को मजबूर हैं। उन्होने मुख्यमंत्री से मांग किया है कि जिला अस्पताल मंें इमरजेन्सी सेवा की चिकित्सा बेहतर बनाने के साथ ही डाक्टर, आक्सीजन, जीवन रक्षक दवायें उपलब्ध करायी जाय।
मुख्यमंत्री को भेजे दूसरे पत्र मेंरूधौली के भाजपा विधायक संजय प्रताप जायसवाल ने कहा है कि महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कालेज प्राचार्य द्वारा लगातार मनमानी की जा रही है। उनके मनमाने कार्यशैली से मरीज, तीमारदार परेशान है और कोरोना से मौतों का दुःखद सिलसिला जारी है। जन प्रतिनिधियों के प्रति भी उनकी भाषा ठीक नही है। विधायक संजय ने मांग किया है कि महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कालेज प्राचार्य द्वारा किये गये अनियमितता का उच्च स्तरीय टीम गठित कर जांच कराया जाय।
पुलिस अधीक्षक को भेजे पत्र में विधायक संजय प्रताप ने कहा है कि ब्लाक प्रमुख एवं जिला पंचायत अध्यक्ष पद के भावी दावेदारों द्वारा भ्रष्टाचार एवं प्रलोभन देकर बीडीसी एवं जिला पंचायत सदस्यों का प्रमाण-पत्र ले लिये जाने के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में जिला पंचायत, बीडीसी के नव निर्वाचित सदस्यों की बैठक बुलाकर उन्हें जागरूक किया जाय और शिकायत मिलने पर दोषियों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही हो।