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कमियों पर परदा डालने में कोई कसर नहीं छोड़ा प्रशासनः सुनील

बस्ती। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन पर रंगरोगन कर स्थानीय प्रशासन ने कमियों पर परदा डालने में कोई कसर नहीं छोड़ा। सीएम का कार्यक्रम आने के बाद प्रशासनिक अमला लगातार तीन दिन व्यवस्त रहा, सड़कों के गड्ढे ढके गये, गावों को चमकाया गया, कोविड कन्ट्रोल सेण्टर से लेकर ओपेक चिकित्सालय कैली तक आल इज वेल दिखाने के लिये प्रशासन तरह तरह की कसरत करता रहा।
लेकिन पचपेड़िया, नारंग रोड, बांसी रोड सहित अनेक खराब सड़कों को सालों से लावारिस छोड़ दिया गया है इस पर किसी की नजर नही गयी। यह बातें बस्ती उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के नगर अध्यक्ष सुनील कुमार गुप्ता ने कही। उन्होने कहा जनपद में कई ऐसी सड़कें हैं जिनके लिये सालों से जनता आन्दोलित है, अनेक विकास कार्य हुये लेकिन उन सड़कों की हालत नही सुधरी। पूर्व में किये गये आन्दोलनों के दौरान स्थानीय प्रशासन पचपेड़िया रोड का निर्माण शुरू कराने की तारीख तय कर धरना प्रदर्शन खत्म कराता रहा। हाल में किये गये धरना प्रदर्शन में 31 मई तक पचपेड़िया रोड का निर्माण शुरू कराने की बात कही गयी थी किन्तु जानबूझकर इसे लम्बित रखा जा रहा है।
यहां के नागरिकों से प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को इतना चिढ़ क्यों है, समझ से परे है। व्यापारी नेता ने कहा भ्रमण पर आये मुख्यमंत्री को स्थानीय प्रशासन द्वारा तय किये गये गावों का भ्रमण करने की बजाय खुद के द्वारा तय किये गये गावों और सड़कों पर जाकर हकीकत देखना चाहिये। प्रशासन द्वारा तय किये गये स्थानों पर जाने का तात्पर्य है कि मुख्यमंत्री स्वतः हकीकत का सामना नही करना चाहते। उन्होने कहा खराब सड़कों और बुनियादी समस्याओं को लेकर व्यापार मंडल चुप नही बैठेगा। जिलाध्यक्ष आनंद राजपाल ने कहा वर्तमान हालात और महामारी कानून का सम्मान करते हुये विरोध के कार्यक्रम नही हो रहे हैं। कोरोना से राहत मिलते ही पुनः सड़कों और बुनियादी समस्याओं को लेकर आन्दोलन तेज किया जायेगा।