उत्तर प्रदेश में कानून का राज खत्मः महेन्द्र श्रीवास्तव
कबीर बस्ती न्यूज,बस्ती। उत्तर प्रदेश में कानून का राज खत्म हो गया है। मौजूदा सरकार के कार्यकाल में पत्रकारों और पुलिस पर सबसे ज्यादा हमले हुये। महिलाओं संग दुराचार के भी रिकार्ड बन रहे हैं। कोरोना कफ्र्यू हटने के बाद अपराधियों पर पुलिस का लगाम हट गया और प्रदेश में आपराधिक घटनाओं की बाढ़ सी आ गयी। सरकार इन सब चीजों को काबू करने की बजाय चुनावी रणनीति बनाने में व्यस्त हैं।
यह बातें कांग्रेस के सूचना का अधिकार प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव महेन्द्र श्रीवास्तव ने कही। उन्होने यहां मीडिया को जारी बयान में कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है, महंगाई बेरोजगारी से जनता त्रस्त है, ताबड़तोड़ हत्याओं और जानलेवा हमलों से नागरिकों के भीतर असुरक्षा का भय व्यप्त है, ऐसे में सरकार को अपनी समीक्षा करनी चाहिये।
कांग्रेस नेता महेन्द्र श्रीवास्तव ने यूपी में हाल में हुई घटनाओं का जिक्र करते हुये कहा 9 जून को बनारस में व्यापारी की हत्या करके 20 लाख रुपए लूट लिए गए, 10 जूून को कानपुर में तीन मनबढ़ों ने एक युवक को कार से कुचलकर मार डाला, 11 जून को लखनऊ के ड़ियांव थानाक्षेत्र में बांके से काटकर किसान की हत्या हुई, 11 जून को सीतापुर में तैनात सिपाही ने लोहिया अस्पताल के गेट पर युवक को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी, 12 जून को लखनऊ के सरोजनी नगर में 16 साल की छात्रा की रेप के बाद चाकू से गोदकर हत्या कर दी गयी और 13 जून लखनऊ के मड़ियांव में एक किशोरी से गैंगरेप हुआ।
ये मामले केवल 4 दिनों में हुये हैं। ऐसे घटनाओं की फेहरिस्त बहुत लम्बी है। प्रतापगढ़ के पत्रकार ने डीजीपी से जान के सुरक्षा की गुहार लगाई और दूसरे दिन उसकी हत्या कर दी गयी। कांग्रेस नेता ने कहा सरकार से स्थितियों को काबू करने में पूरी तरह से फेल है। उन्होने कहा यूपी में सत्ता परिवर्तन के साथ संपूर्ण व्यवस्था भी बदले इसके लिये कांग्रेस पार्टी की सक्षम है।