सचल सीबीनॉट मशीन की सहायता से खोजे गए 19 क्षय रोगी
– सुदूर क्षेत्रों में जाकर 76 संभावित रोगियों की सीबीनॉट जांच की गयी
– वर्तमान में 1191 क्षय रोगियों का चल रहा है इलाज
कबीर बस्ती न्यूज,संतकबीरनगर। उ0प्र0।
दुर्गम स्थानों पर रहने वाले टीबी के मरीजों की जांच के लिए राज्य मुख्यालय से सचल सीबीनॉट मशीन आई है । मशीन के जरिये विभिन्न क्षेत्रों में जाकर टीबी के संभावित मरीजों की जांच की जा रही है। अब तक नाथनगर, हैसर व खलीलाबाद, शनिचरा, सेमरियांवा व मेंहदावल क्षेत्र में 76 सम्भावित रोगियों के सैम्पल की जांच की गई। इसमें 18 सामान्य क्षय रोगी, जबकि एक मॉस ड्रग रेसिस्टेंट (एमडीआर) क्षय रोगी पाया गया है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एस.डी. ओझा ने बताया कि यह सचल वैन क्षय रोग जांच की सीबीनॉट मशीन के जरिए करेगी। इस मशीन के द्वारा शनिचरा, मेंहदावल, सेमरियांवा, नाथनगर, हैसर क्षेत्र में लोगों की जांच की गई है। सेमरियांवा के करमा खान गांव में विधायक जय चौबे ने इसका उदघाटन किया। इस दौरान आठ संभावित क्षय रोगियों की जांच की गई, जिनमें से तीन पॉजिटिव आए। इस मशीन को लगाने का उद्देय दुर्गम क्षेत्र में रहने वाले मरीजों की उनके प्रक्षेत्र में पहुंचकर जांच करना है, ताकि उन्हें जिला मुख्यालय पर न आना पड़े। सीबीनॉट मशीन जिले में केवल जिला क्षय रोग कार्यालय में ही स्थित है। इस सचल वैन में सभी टेक्निीशियन और अन्य लोग मौजूद रहेंगे। जांच के दौरान जिनके अन्दर टीबी के जीवाणु रहेंगे उन्हें स्थानीय सेंटर पर रेफर करेंगे। वही जिला कार्यक्रम समन्वयक अमित आनन्द ने बताया कि क्षेत्र में जिन लोगों को भी टीबी से सम्बन्धित किसी तरह की कोई परेशानी हो तो वे तुरन्त ही मौके पर जाकर जांच करा लें, ताकि उनका शीघ्र ही इलाज शुरु हो सके। वर्तमान समय में 1191 क्षय रोगियों का इलाज चल रहा है।
ये लक्षण दिखें तो जरुर करा लें जांच – डॉ. एसडी ओझा
जिला क्षय रोग नियन्त्रण अधिकारी डॉ. एस.डी. ओझा ने बताया कि सभी लोग अभियान में सहयोग करें। टीम उनके यहां जा रही हैं तो उन्हें अवश्य बताएं कि किसी के अन्दर टी. बी. के लक्षण हैं या नहीं । इन लक्षणों में दो सप्ताह या उससे अधिक समय से खांसी आना। खांसी के साथ बलगम व बलगम के साथ खून आना। वजन का घटना । बुखार व सीने में दर्द, शाम के समय हल्का बुखार होना। रात में बेवजह पसीना आना। भूख कम लगना आदि शामिल हैं।
दस्तक अभियान के दौरान मिले 14 क्षय रोगी
जनपद में चलाए गए दस्तक अभियान के दौरान कुल 14 क्षय रोगी पूरे जनपद में पाए गए थे। इन रोगियों का इलाज शुरु कर दिया गया है। इन सभी रोगियों का खाता भी पोस्ट आफिस में खुलवा दिया गया है। इन खातों के जरिए हर महीने मिलने वाला 500 रुपए पोषण भत्ता उनके खाते में पहुंच जाएगा।