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रजिस्टर नहीं एप से मिलेगी गर्भवती व नवजात की जानकारी

– स्वास्थ्य विभाग मंत्र एप की मदद से कराएगा फीडिंग 
– एमओआईसी सहित अन्य स्टॉफ को किया गया है प्रशिक्षित
कबीर बस्ती न्यूज,बस्ती।उ0प्र0।
गर्भवती व नवजात के लिए उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं में आने वाले दिनों में बड़ा बदलाव नजर आएगा। अब रजिस्टर पर नहीं, बल्कि एप पर सारी जानकारी उपलब्ध होगी। इसके लिए शासन ने ‘मंत्र’ नामक एप लांच किया है। पिछले दिनों एएनएम प्रशिक्षण केंद्र में प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों, ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधकों, नर्स मेंटर व जिला महिला अस्पताल की स्टॉफ नर्सेज को एप से संबंधित प्रशिक्षण दिया जा चुका है। एप का इस्तेमाल शुरू होने के बाद सारी जानकारी एप के जरिए ही चिकित्सा कर्मियों को मिलेगी। इससे जहां एक ओर पारदर्शिता आएगी, वहीं किसी भी प्रकार के गैप को पूरा करना आसान होगा।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में डिजिटलीकरण को बढ़ावा दिए जाने के क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘मंत्र’ (मां और नवजात ट्रैकिंग एप्लीकेशन) एप को लांच किया है। इसी क्रम में जिले में अब प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है। प्रशिक्षण का दायित्व यूनिसेफ के मंडलीय पर्यवेक्षक सुरेंद्र शुक्ला द्वारा निभाया जा रहा है। श्री शुक्ल ने बताया कि गर्भवती और नवजात शिशु के स्वास्थ्य जांच की सभी जानकारी मंत्र एप से मिलेगी। गर्भवती की समस्त स्वास्थ्य जांच रिपोर्ट एप पर अपलोड की जाएगी । प्रसव के उपरांत बच्चे के संबंध में जानकारी भी अपलोड की जाएगी। इससे जच्चा- बच्चा के स्वास्थ्य ट्रैकिंग में पारर्दिशता आएगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. चंद्रशेखर का कहना है कि प्रसव के लिए सामुदायिक या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचने पर वहां मौजूद नर्स मेंटर या स्टॉफ नर्स गर्भवती के प्रसव की जटिलताओं को एप में भरेगी। नवजात का डाटा भी एप पर भरा जाएगा। जनपद स्तर पर प्रशिक्षण ले चुके स्टॉफ सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और उप केंद्रों पर तैनात एएनएम, स्टॉफ नर्स और नर्स मेंटर को प्रशिक्षण देंगे। सभी लाभार्थियों का डाटा ऑनलाइन फीड करने में मदद मिलेगी।
एप के जरिए ही किया जाएगा रेफर
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सीके  वर्मा ने बताया कि प्रसव के दौरान गर्भवती को अगर जटिलता होती है तो उससे संबंधित जानकारी  मंत्र एप में फीड कर जिला स्तरीय चिकित्सालय या मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाएगा। प्रसव के बाद नवजात में होने वाली जटिलताओं को एप पर भरने के बाद उसको उच्च स्वास्थ्य इकाइयों पर रेफर किया जाएगा। महिला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आने पर सबसे पहले इस एप के माध्यम से गर्भवती और नवजात का स्वास्थ्य संबंधी सभी डाटा ऑनलाइन तत्काल भरा जाएगा। एप के माध्यम से जिला और प्रदेश स्तर से गर्भवती के प्रसव व उसके उपरांत नवजात की मॉनिटरिंग की जाएगी। अगर कहीं कोई परेशानी आती है तो उसका निराकरण किया जाएगा।