कोविड टीकाकरण कराने वाला ही होम आइसोलेशन में होगा केयरगिवर
− कोविड होम आइसोलेशन की डिस्चार्ज व होम आइसोलेशन पालिसी में संशोधन
− बुखार न आने की स्थिति में सात दिनों में समाप्त होगा होम आइसोलेशन
कबीर बस्ती न्यूज:
संतकबीरनगर: कोविड धनात्मक पाए गए व्यक्तियों के होम आइसोलशन तथा डिस्चार्ज की पालिसी में बदलाव किया गया है। इसके तहत कोविड का टीकाकरण कराने वाला व्यक्ति ही होम आइसोलेशन में रहने वाले व्यक्ति का केयर गिवर (देखभाल करने वाला) बन सकता है। यही नहीं बुखार न आने की स्थिति में होम आइसोलेशन सात दिनों में समाप्त हो जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ इन्द्र विजय विश्वकर्मा ने बताया कि प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने कोविड−19 रोगियों के आइसोलेशन व डिस्चार्ज के लिए नर्इ पालिसी की घोषणा करते हुए यह दिशा-निर्देश जारी किया है कि भारत सरकार के निर्देशानुसार गंभीर रुप से बीमार, 60 साल की आयु से अधिक, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, फेफड़े की बीमारी, एचआइवी, कैंसर कीमोथैरेपी प्राप्त कोविड धनात्मक व्यक्ति को होम आइसोलेशन की इजाजत चिकित्सा अधिकारी के आकलन के बाद ही ही दी जाएगी। होम आइसोलेशन की समाप्ति निरन्तर तीन दिनों तक बुखार न आने की स्थिति में होम आइसोलेशन में रहने वाले रोगियों का होम आइसोलेशन सैम्पल कलेक्शन की तिथि से सात दिनों के बाद समाप्त माना जाएगा। होम आइसोलेशन की समाप्ति पर टेस्टिंग की आवश्यकता नहीं होगी। फालोअप जांच की भी जरुरत नहीं होगी। रोगी एक सप्ताह तक मास्क का अनिवार्य रुप से प्रयोग करेंगे।
क्या होता है केयरविर
केयर गिवर होम आइसोलेशन में रहने वाले कोविड धनात्मक रोगी की देखभाल करता है। वह धनात्मक रोगी के तापमान, श्वसन स्थिति के साथ ही साथ अन्य सुख सुविधा का खयाल रखता है। रोगी का सारा रिकार्ड रखने के साथ ही कोविड कमाण्ड एंड कंट्रोल सेंटर व आर आर टी के सम्पर्क में भी वही रहता है।
यह रोगी रखे जाएंगे होम आइसोलेशन में
होम आइसोलेशन की अनुमति उसी को प्रदान की जाएगी जो प्रयोगशाला परीक्षण में पाजिटिव मिला हो तथा उसके अन्दर लक्षण न दिख रहा हो। रुम एयर पर आक्सीजन सेचुरेशन 94 प्रतिशत या उससे अधिक हो। इसके साथ ही परीक्षण में धनात्मक पाए गए होगी जिन्हें सांस लेने में कठिनाइ न हो रही हो
कब होगी चिकित्सा की जरुरत
होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड पीड़ितों के लिए चिकित्सक की आवश्यकता उस समय होगी जब उनका बुखार 100 फारेनहाइट से अधिक हो। सांस लेने में कठिनाइ हो रही हो, आक्सीजन सेचुरेशान 94 प्रतिशत से कम हो रहा हो, इसमें एक घंटे के भीतर कम से कम तीन रीडिंग लेना अनिवार्य होगा। सीने में लगातार दर्द हो रहा हो या फिर दबाव महसूस कर रहे हों। मानसिक भ्रम की स्थिति हो रही हो या व्यक्ति लगातार जग रहा हो।