पुण्य तिथि पर याद किये गये किसान नेता दीवान चन्द्र चौधरी
कबीर बस्ती न्यूजः
बस्ती । भारतीय किसान यूनियन के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीवान चन्द्र चौधरी को द्वितीय पुण्य तिथि पर 6 मार्च रविवार को समाधि स्थल मुण्डेरवा के निकट स्थित पिपराकला गांव में याद किया गया। बस्ती मण्डल सहित पूर्वान्चल के विभिन्न जनपदों से आये भाकियू पदाधिकारियों, किसानों, मजदूरों ने नम आंखों से दीवान चन्द्र चौधरी को श्रद्धासुमन अर्पित किया। वक्ताओं ने कहा कि यदि आज वे जीवित होते तो पूर्वान्चल में किसानो की स्थिति दूसरी होती। उपस्थित लोगों ने किसान आन्दोलन में शहीद हुये 700 किसानों को भी श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
भाकियू मण्डल अध्यक्ष सुभाष चन्द्र किसान ने कहा कि दीवान चन्द्र चौधरी देश के बड़े किसान नेता थे, उनकी अगुवाई में मुण्डेरवा किसान आन्दोलन के साथ ही अनेक बड़े आन्दोलन हुये जिसमें किसानों, मजदूरों को उनका हक मिला। असमय नियति ने उन्हें हमसे छीन लिया। उनकी प्रेरणा सदैव हमारा सम्बल रहेगी।
पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीवान चन्द्र चौधरी के पुत्र एवं भाकियू प्रदेश उपाध्यक्ष अनूप चौधरी ने कहा कि उनका प्रयास होगा कि पिता के पद चिन्हों पर किसान हितों के लिये निरन्तर संघर्ष जारी रखा जाय।
भाकियू प्रदेश सचिव एवं सहकारी गन्ना समिति मुण्डेरवा के निवर्तमान चेयरमैन दिवान चन्द पटेल ने कहा कि किसान आन्दोलन के दौरान स्वर्गीय दीवान चन्द्र चौधरी की कमी खलती रही। वे होते तो पूर्वान्चल का नजारा ही कुछ और होता। उनके प्रेरणा से किसान हितों के लिये आन्दोलन लगातार जारी रहेगा।
श्रद्धांजलि सभा में मुण्डेरवा चीनी मिल के प्रधान प्रबंधक वृजेन्द्र द्विवेदी, श्रवन सिंह, देवी शुक्ल, प्रहलाद चौधरी के साथ ही भारतीय किसान यूनियन के शोभाराम ठाकुर, जयराम चौधरी, जर्नादन मिश्रा, राम चन्द्र चौधरी, घनश्याम, रामफेर, रमेश चन्द्र, राजेन्द्र प्रसाद, दूधनाथ, मुन्नू चौधरी, डा. आर.पी. चौधरी, ब्रम्हादीन, गनीराम, कन्हैया प्रसाद, राजदेव, बब्ली चौधरी, झिनकू चौधरी, दूधनाथ, वीरेन्द्र, रमेश, हरीराम, रामशंकर निराला, नाटे चौधरी, रामचन्द्र सिंह, आदि किसानों के साथ ही हजारों की संख्या में उपस्थित किसानों, मजदूरों ने पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीवान चन्द्र चौधरी और महात्मा टिकैत के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया। कहा कि उनके बताये रास्तों पर चलकर किसान, मजदूर अपने हक हकूक का संघर्ष जारी रखेंगे।