सीएम योगी की संदेश पुस्तिका दरिया खां मुहल्ले के कूडे के ढेर मे
यूपी के बस्ती जिले में फेंकी मिली सरकारी संदेश पुस्तिका, कूडे मे कैसे पहुंचा भारी मात्रा मे संदेश पुस्तिका,संदेह के घेरे मे स्थानीय सूचना विभाग
– शासन की मंशा हुई तार-तार, चर्चा का विषय बनी पुस्तिका
– सूचना विभाग की ओर से वितरित होती है संदेश पुस्तिका, स्थानीय सूचना कार्यालय की बडी लापरवाही हुई उजागर
कबीर बस्ती न्यूज:
लखनऊ। शासन की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से लाखों रूपए खर्च कर प्रकाशित की जाने वाली संदेश पुस्तिका उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के दरिया खां मोहल्ले में फेंकी मिली है। यह पुस्तिका लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई है। लोग जिम्मेदारों पर सोशल मीडिया के माध्यम से सवाल भी खड़े कर रह हैं।
दरअसल हुआ यूं कि शनिवार की दोपहर दरियाखां मोहल्ले में जब सड़क किनारे काफी संख्या में फेंकी हुई सरकारी संदेष पुस्तिका को जब लोगों ने देखा तो वो हैरान हो गए। किसी ने फेंकी हुई किताबों की फोटों खींच फेसबुक पर वायरल कर दी, जिसके बाद यह किताबे चर्चा का विषय बन गईं।
आप भी जानिए क्या है संदेश पुस्तिका
– सरकार की ओर से किए गए कार्यों का लेखा जोखा जनता के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए संदेश पुस्तिका प्रकाशित की जाती है, इसके वितरण की जिम्मेदारी सूचना कार्यालय की होती है, जो अपनी देख-रेख में इस पुस्तिका का वितरण कराती है। सड़क किनारे जो पुस्तिका फेंकी मिली है वह जून 2019 से नवंबर 2021 तक की है, इसपर वर्ष 32 व अंक 29 लिखा है। ऐसे में यह साफ हो गया है इसमें सूचना कार्यालय की ओर से घोर लापरवाही बरती गई है, जिसकी वजह से इस पुस्तिका वितरण नहीं हो सका।
प्रभारी जिलाधिकारी की सुनिए
– संदेश पुस्तिका को लेकर जब प्रभारी जिलाधिकारी डाॅ राजेश कुमार प्रजापति से बात की गई तो उन्होने कहा कि प्रकरण जानकारी में नहीं है, यह पुस्तिका शासन द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं से संबंधित है, जो जन सामान्य को जागरूक करने का कार्य करती है। यह दरिया खां में कैसे पड़ा मिला है, इसकी जांच कराकर जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस सम्बध मे मण्डलायुक्त बस्ती मंडल ने कहा कि प्रकरण गंभीर है इसकी जांच कराकर कडी कार्यवाही की जायेगी।