योगी सरकार की जीरो टेलरेंश नीति की क्रिया-कर्म कर ही है सोनहा पुलिस, हत्यारोपियों का कर दिया शान्तिभंग मे चालान
कबीर बस्ती न्यूजः
बस्ती। प्रदेश के योगी सरकार की जीरो टेलरेंश नीति की क्रिया-कर्म करने वाली जिले की सोनहा पुलिस का शर्मनाक कारनामा प्रकाश मे आया है। प्रभारी निरीक्षक सोनहा ने अपने हाथों की सफाई दिखाते हुए दो हत्या के आरोपियों को बचाते हुए शान्तिभंग मे चालान कर वास्तविक घटना को दबाने और छिपाने का भरपूर प्रयास किया है। जिले के आला अधिकारी केवल तमाशा देखते रहे। रामकेश हत्याकाण्ड को दबाने और आरोपियों का बचाने मे लगाई गई बोली सत्य घटना को पराजित करने मे कामयाब रही। घटना सोनहा थाना क्षेत्र के बरगदवा गांव की है। 24 अक्टूवर 2022 को दीपावली के दिन शाम को गांव के ही कथित मुख्य आरोपी प्रकाश पुत्र हरी व विनोद कुमार पुत्र राम अजोर बाइक से रामकेश को बैठाकर घुमाते हुए देखे गये। दीपावली के दिन पूरी रात रामकेश घर नही आया तो उसके परिजन सुबह होते ही उसके तलाश मे जुट गये। 25 अक्टूवर को प्रातः करीब 8 बजे रामकेश का शव गांव के पास स्थित तालाब मे पडा मिला। ग्रामीणों की सूचना पर डेढ घंटे विलम्ब से मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश को कब्जे मे लेकर पीएम के लिए मुख्यालय भेजा।
ग्रामीणों ने दोनों कथित हत्यारोपियों की पिटाई कर पुलिस को सौंपा
ग्रामीणों व पीडित परिजनों के अनुसार दोनों कथित हत्यारोपी प्रकाश पुत्र हरी व विनोद कुमार पुत्र राम अजोर को रामकेश के हत्या का अंजाम देने के आरोप मे ग्रामीणों ने पहले दोनों की धुनाई किया फिर सोनहा पुलिस को सौंप दिया।
पुलिस ने यहां किया कारनामा, हत्यारोपियों को शान्तिभंग मे किया चालान
सोनहा पुलिस ने घटना की सत्यता को दरकिनार कर अन्ततः अपराध को ही गले लगाया। हत्या की घटना को आत्महत्या का घटना बनाने वाली सोनहा पुलिस ने आरोपियों के अपराध पर भ्रष्टाचार का चादर चढा दिया। जिसका परिणाम यह रहा कि दोनों हत्यारोपियों का 151 शान्तिभंग मे चालान कर पुलिस ने अपने दामन पर लगे दाग पर गंगा जल छिडक कर साफ-पाक बना दिया। ग्रामीणों के अनुसार कथित मुख्य आरोपी प्रकाश पुत्र हरी 12 वर्ष पूर्व अपने चाचा के हत्या के मामले मे लम्बे समय तक जेल मे रहा जो अभी जमानत पर है।
सोनहा पुलिस ने परिजनों को नही सौंपी लाश, जबरिया पुलिस बल के मौजूदगी मे जलवा दिया शव
परिजनों एवं ग्रामीणों का सोनहा पुलिस पर आरोप है कि 25 अक्टूवर की शाम करीब 5ः30 बजे पुलिस अपने देखरेख मे एम्बुलेंस से लाश लेकर सीधा बरगदवा गांव के कबिगस्तान मे पहुंची और आनन-फानन मे लाश को आग के हवाले करा दिया। परिजनों का आरोप है पुलिस ने रामकेश का अन्तिम दर्शन भी नही करने दिया और न ही विधि-विधान से दाह संस्कार ही करने दिया। अन्तिम दर्शन के लिए परिजन बिलखते रहे लेकिन उन्ें अन्तिम दर्शन नसीब नही हुआ। सोनहा पुलिस की यह शर्मनाक कारतूत की चर्चा समूचे क्षेत्र मे हो रही है। समाचार लिखे जाने तक पीडित परिवार का मुकदमा पंजीकृत नही हुआ है। अब देखना यह है कि पीडित परिवार को न्याय मिल सकेगा या नही।
एडिशनल एसपी ने कहा-
इस सम्बन्ध मे अपर पुलिस अधीक्षक दीपेन्द्र चौधरी ने कहा कि प्रकरण संज्ञान मे है यदि सोनहा पुलिस ने गलत किया है तो जांच कर दोषी के विरूद्व कडी कार्रवाई की जायेगी और पीडित परिजनों को न्याय दिलाया जायेगा।