20 लाख छात्र शुल्क प्रतिपूर्ति, छात्रवृत्ति से वंचितः सौंपा ज्ञापन, दिया आन्दोलन की चेतावनी
कबीर बस्ती न्यूजः
बस्ती । मेधा प्रवक्ता दीनदयाल तिवारी के संयोजन में शनिवार को शुल्क प्रतिपूर्ति एवं छात्रवृत्ति से वंचित प्रदेश के लगभग 20 लाख से अधिक छात्रों को छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति दिलाये जाने की मांग को लेकर जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, समाज कल्याण मंत्री, पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री उत्तर प्रदेश को 5 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया।
सौंपे ज्ञापन में सत्र 2021 -2022 के सभी शिक्षण संस्थानों के सभी दशमोत्तर कक्षाओं के वंचित छात्रों जिनकी संख्या लगभग 20 लाख है को छात्रांें का शुल्क प्रतिपूर्ति दिलाने, सामान्य एवं पिछड़े वर्ग के छात्रों की आय सीमा भी ढाई लाख रूपये वार्षिक किये जाने। सभी वर्गो के छात्रों के लिये परीक्षा परिणाम के प्रतिशत की बाध्यता समाप्त किये जाने, आधी अधूरी फीस की भरपाई एवं छात्रवृत्ति मानक के अनुरूप पूरी किये जाने, सत्र 2022-23 के सभी पात्र छात्रों को छात्रवृत्ति, शुल्क प्रतिपूर्ति दिलाये जाने आदि की मांग शामिल है।
ज्ञापन देने के बाद मेधा प्रवक्ता दीनदयाल तिवारी ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार अनुसूचित जाति, जन जाति की भांति सामान्य एवं पिछड़े वर्ग के छात्रों को शुल्क प्रतिपूर्ति एवं छात्रवृत्ति दिये जाने का प्राविधान है। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2017 से सत्र 2021-2022 तक अनेकों पात्र छात्र दशमोत्तर शुल्क प्रतिपूर्ति एवं छात्रवृत्ति से वंचित है। उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अनुसूचित जाति, एवं जन जाति के पात्रता की आय सीमा ढाई लाख रूपये निर्धारित है। ऐसी स्थिति में सामान्य एवं पिछड़े वर्ग के छात्रों की आय सीमा भी सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार ढाई लाख रूपये वार्षिक किया जाय। कहा कि सभी वर्गो के छात्रों के लिये परीक्षा परिणाम के प्रतिशत की बाध्यता समाप्त किया जाय।
बताया कि वर्ष 2021-2022 में लगभग 20 लाख छात्रों को शुल्क प्रतिपूर्ति एवं छात्रवृत्ति से वंचित कर दिया गया। इससे गरीब छात्रों में घोर निराशा है और वे आर्थिक कारणों से परेशान हैं, उनकी शिक्षा बाधित हो रही है। सभी शिक्षण संस्थानों के सभी दशमोत्तर कक्षाओं के वंचित छात्रों जिनकी संख्या लगभग 20 लाख है को छात्रांें का शुल्क प्रतिपूर्ति दिलाने, सामान्य एवं पिछड़े वर्ग के छात्रों की आय सीमा भी ढाई लाख रूपये वार्षिक करते हुये सभी वर्गो के छात्रों के लिये परीक्षा परिणाम के प्रतिशत की बाध्यता समाप्त किया जाय। दीन दयाल त्रिपाठी ने बताया कि मेधा द्वारा छात्रवृत्ति एवं फीस की भरपाई के सवाल को लेकर निरन्तर जन जागरण किया जा रहा है। यदि शीघ्र समस्या का निस्तारण न हुआ तो प्रदेश स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जायेगा।
ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से उमेश पाण्डेय ‘मुन्ना’ राहुल तिवारी, अमित उपाध्याय, अंकित उपाध्याय, प्रतीक नारायण मिश्रा, नागेन्द्र मिश्र उर्फ गुड्डू, अभिषेक पाण्डेय, राघवेन्द्र, गिरीश चन्द्र गिरी, दिनेश आदि शामिल रहे।