समाजसेवियों ने 1054 क्षय रोगियों को गोद लेकर कराया क्षयमुक्त
– क्षय रोगियों को गोद लेकर 2025 तक भारत को क्षयमुक्त कराने में बन सकते हैं भागीदार
कबीर बस्ती न्यूजः
सीएमओ ने आगे कहा कि प्रदेश की राज्यपाल क्षय रोग के प्रति काफी संवेदनशील हैं । उनकी यह कोशिश है कि हर क्षय रोगी को पोषण के साथ ही मानसिक सम्बल प्रदान किया जाय, ताकि समाज में क्षय रोग के संबन्ध में फैली हुई भ्रान्तियां दूर हों और क्षय रोगियों को क्षय मुक्त कराकर इसके प्रसार को रोका जा सके।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ एस डी ओझा ने बताया कि जिले में अब तक 1668 क्षय रोगियों को गोद लिया गया है। गोद लिए जाने वाले क्षय रोगियों को भुना चना, मूंगफली, पोषण के सप्लीमेंट, ड्राईफ्रूट आदि दिए जाते हैं ताकि उनकी इम्यूनिटी बनी रहे और वह रोगमुक्त हो सकें। प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के आह्वान पर रोटरी क्लब के अध्यक्ष डॉ ए के सिन्हा ने 134 बाल क्षय रोगियों को गोद लिया था। उनके क्षयमुक्त होने पर 24 मार्च 2022 को विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने उन्हें प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया था । क्षय रोगियों को पोषण व सम्बल देने वाले लोगों को राज्य स्तर तथा जिला स्तर पर समय समय पर सम्मानित भी किया जाता है।
रोटरी क्लब की सचिव डॉ सोनी सिंह के सहयोग से क्षयमुक्त हुई जिला मुख्यालय के पास स्थित डीघा की निवासिनी 35 वर्षीया अनीता ( बदला हुआ नाम ) बताती हैं डॉ सोनी का बहुत ही सहयोग रहा। वह हमेशा देखने के लिए आती ही थीं, साथ में पोषण के लिए सामान भी देती थीं। उनका तथा हमारे गांव की आशा कार्यकर्ता रीता का सहयोग नहीं मिलता तो शायद इतनी जल्दी क्षयमुक्त नहीं हो पातीं।
पहली बार गोद लिए गए थे 131 बाल क्षय रोगी
2455 क्षय रोगियों की चल रहा है इलाज
यह हैं क्षय रोग के लक्षण
मरीजों के इलाज के लिए यह हैं सुविधाएं