चरगांवा सीएचसी पर शुरू हुई नसबंदी की सुविधा, पहली बार आठ महिलाओं को दी गयी नसबंदी की सेवा
मुख्यमंत्री द्वारा गोद ली गयी है चरगांवा सीएचसी
कबीर बस्ती न्यूजः
गोरखपुर: खुटहन स्थित चरगांवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर नसबंदी की सुविधा शुरू हो गयी है ।मुख्यमंत्री की ओर से गोद ली गयी इस सीएचसी पर पहली बार आठ महिलाओं की नसबंदी गुरुवार को की गयी। चरगांवा ब्लॉक में नसबंदी के लिए निर्धारित सेवा दिवस का आयोजन अब सीएचसी पर ही किया जाएगा।
प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ धनंजय कुशवाहा ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे के दिशा-निर्देशन में मातृ शिशु स्वास्थ्य सेवाओं एवं राष्ट्रीय कार्यक्रमों से जुड़ी गतिविधियों को भी सीएचसी
पर स्थानान्तरित किया जा रहा है । आशा कार्यकर्ताओं की मदद से नसबंदी के लाभार्थियों को सीएचसी लाया गया और वहां सर्जन डॉ धनंजय चौधरी ने नसबंदी की सेवा प्रदान की ।
स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि नसबंदी के लाभार्थियों को घर छोडने के लिए
निःशुल्क एम्बुलेंस सुविधा दी जाती है । परिवार पूरा होने के बाद नसबंदी के इच्छुक दंपति आशा और एएनएम के जरिये तय सेवा दिवस की जानकारी लेकर सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। सीएचसी पर
गुणवत्तापूर्ण नसबंदी सेवा उपलब्ध है ।
घर तक पहुंचाया गया
चरगांवा सीएचसी पर नसबंदी करवाने वाली 30 वर्षीय अनिता देवी ने बताया कि नसबंदी के दौरान उन्हें अच्छी सुविधाएं मिलीं और उन्हें एम्बुलेंस के जरिये घर तक पहुंचाया गया। आशा कार्यकर्ता ने उन्हें छोटे परिवार का महत्व बताया था जिसके बाद उन्होंने नसबंदी करवाने का निर्णय लिया।
पुरुष नसबंदी ज्यादा आसान
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसीएच डॉ नंद कुमार ने बताया कि सीएचसी पर निर्धारित सेवा दिवस पर पुरुष नसबंदी की भी सुविधा दी जाएगी। यह चंद मिनट में होने वाली आसान शल्य क्रिया है जो 99.5 फीसदी सफल है। इसका यौन क्षमता पर कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़ता है। नसबंदी के बाद पुरुष अपना नियमित कार्य कर सकता है । यह महिला नसबंदी की तुलना में आसान है। पुरुष नसबंदी करवाने पर पहले 2000 रुपये लाभार्थी को मिलते थे जो अब बढ़ कर 3000 रुपये हो चुके हैं।
महिला नसबंदी के मानक
डॉ नंद कुमार ने बताया कि महिला नसबंदी के लिए मिलने वाली प्रोत्साहन राशि भी इस साल से बढ गयी है। पहले नसबंदी की महिला लाभार्थी को जहां 1400 रुपये मिलते थे वहीं अब यह रकम 2000 रुपये हो चुकी है। महिला नसबंदी प्रसव के सात दिन के भीतर, माहवारी शुरू होने के सात दिन के भीतर और गर्भपात होने के तुरंत बाद या सात दिन के भीतर करवाई जा सकती है । 22 वर्ष से अधिक और 49 वर्ष से कम आयुवर्ग की महिलाएं इस साधन को अपना सकती हैं। इच्छुक दम्पत्ति के पास कम से कम एक बच्चा होना चाहिए जिसकी उम्र एक वर्ष से अधिक हो । महिला गर्भवती नहीं होनी चहिए और उसके प्रजनन तंत्र में भी कोई संक्रमण नहीं होना चाहिए।