Logo
ब्रेकिंग न्यूज़
भाजपा की सरकार में उपेक्षित हैं विश्वकर्मा समाज के लोग-राम आसरे विश्वकर्मा 700 से अधिक वादकारियों ने सीएम को भेजा पत्र, त्वरित न्याय प्रदान करने के लिए प्रभावी कार्रवाई कराने ... जयन्ती पर याद किये गये पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. चौधरी अजित सिंह कुपोषण और एनीमिया से बचाव के लिए कृमि मुक्ति की दवा का सेवन अनिवार्य-सीएमओ पूजन अर्चन के साथ भगवान श्रीराममय हुआ कैली का डायलसिस यूनिट योगी सरकार के जीरो टेलरेंस नीति पर खौलता पानी डाल रही है बस्ती पुलिस सम्पूर्ण समाधान दिवस में 98 मामलें में 06 का निस्तारण जेण्डर रेसियों बढाने के लिए घर-घर सर्वे करके भरवायें मतदाता फार्म: मण्डलायुक्त डीएम एसपी से मिले अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य, संचालित योजनाओं पर चर्चा भाजपा नेता बलराम ने किया पब्लिक डायग्नोसिस सेन्टर के जांच की मांग

जिला क्षय रोग कार्यालय से हुआ सक्रिय क्षय रोगी खोजी अभियान का शुभारंभ

क्षय उन्मूलन में निभाएं  सक्रिय भागीदारी

   21 कार्यदिवसों तक लगातार हेल्‍थ एंड वेलनेस सेंटर  के जरिये चलेगा  विशेष अभियान

कबीर बस्ती न्यूज।

संतकबीरनगर । वर्ष 2025 तक पूरे देश से क्षय उन्मूलन में  सामूहिक भागीदारी आवश्‍यक है।   इसी दिशा में   जिला क्षय रोग कार्यालय पर टीबी संबंधी सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए 21 कार्य दिवस तक प्रस्तावित   विशेष क्षय रोग अभियान का शुभारंभ सोमवार को किया गया । यह अभियान जिले के सभी आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर चलेगा । अभियान के दौरान क्षय रोगियों के चिन्‍हीकरण, जांच, उपचार और काउंसिलिंग के साथ ही निक्षय पोषण योजना के तहत उन्‍हें मनोसामाजिक सहयोग दिया जाएगा।

राष्‍ट्रीय क्षय   उन्‍मूलन अभियान के जिला कार्यक्रम समन्‍वयक अमित आनन्‍द तथा  भारतीय जनता पार्टी के नगर अध्‍यक्ष सतविन्‍दर पाल सिंह जज्‍जी ने संयुक्‍त रुप से अभियान से जुड़े प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर   इसका शुभारंभ किया। इस  मौके पर सतविन्‍दर पाल सिंह जज्‍जी ने कहा कि   सरकार क्षय रोग को जड़ से समाप्‍त करने के लिए संकल्पित है। इस अभियान में समुदाय का सहयोग विशेष तौर पर अपेक्षित है। कार्यक्रम के दौरान अमित आनन्‍द ने बताया कि इस अभियान  में जिले के 140 हेल्‍थ एंड वेलनेस सेंटर  के कम्‍यूनिटी हेल्‍थ आफिसर ( सीएचओ ) के द्वारा क्षेत्र में कैम्‍प लगाकर लक्षण युक्‍त रोगियों की जांच कराई जाएगी। जांच में टीबी की पुष्ट होने पर उनके इलाज के साथ साथ उनके निकट सम्‍पर्कियों  को टीबी प्रिवेटिव ट्रिटमेंट (टीपीटी) दिया जाएगा ।   उनका सभी विवरण निक्षय व ई- कवच पोर्टल पर अंकित किया जाएगा। आशा कार्यकर्ता के माध्‍यम से क्षय रोगियों को दवाएं भेजी जाएंगी तथा विगत दो वर्ष में टीबी का इलाज पूरा कर चुके क्षय रोगियों को कैम्‍प में बुलाकर उनकी जांच की जाएगी। क्षय रोग से स्‍वस्‍थ हो चुके दो व्‍यक्तियों को टीबी चैम्पियन बनाकर उनको और लोगों को क्षय उन्‍मूलन में जागरुकता पैदा करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।  आशा कार्यकर्ता अपने कार्यक्षेत्र में क्षय रोग के लक्षणयुक्‍त व्‍यक्तियों को चिन्हित करके   सूचनाएं सीएचओ को उपलब्‍ध  कराएंगी। ऐसे क्षेत्र जहां पर गत दो साल में अधिक क्षय या कोविड रोगी चिन्हित हुए हैं उन क्षेत्रों में क्षय रोगियों की बारीकी से खोज की जाएगी। इस  मौके पर उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ विशाल यादव, रवि मिश्रा, आशीष  श्रीवास्तव, संगीता यादव, कविता पाठक, राजेश कुमार, ईश्‍वर चन्‍द्र चौधरी, अभिषेक श्रीवास्‍तव और राकेश चौधरी  प्रमुख तौर पर उपस्थित रहे।

  लक्षण हों तो कराएं जांच – डॉ विशाल

उप जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी रहे , बुखार रहता हो  जो शाम को बढ़ जाता हो, सीने में दर्द हो, खांसी के साथ खून आए, भूख न लगे  और वजन  घट रहा हो तो वह टीबी का संभावित रोगी हो सकता है।  यदि किसी भी व्यक्ति के अन्दर क्षय रोग के यह लक्षण दिखाइ दें तो उनकी जांच कराएं। जनपद में टीबी की जांच के लिए ट्रूनाट व एक सीबीनाट मशीन उपलब्ध हैं।

  प्रशिक्षित सीएचओ कर रहे बेहतर कार्य

निक्षय दिवस में क्षय रोगियों की खोज के लिए सीएचओ के द्वारा अभी तक काम किया जा रहा था। पहली बार इस विशेष अभियान से उन्‍हें जोड़ा गया है। अमित आनन्‍द  ने बताया कि अ‍भी तक सीएचओ के द्वारा कुल 16 क्षय रोगियों की खोज करके उन्‍हें विभागीय सुविधाओं से जोड़ा गया है। खलीलाबाद ब्‍लॉक क्षेत्र के डड़वा के सीएचओ संदीप बताते हैं कि इस अभियान के लिए उन्‍हें प्रशिक्षण मिला है। अभियान के दौरान अपने क्षेत्र में क्षय रोगियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करके अपने क्षेत्र को क्षयमुक्‍त करने के लिए संकल्पित भाव से काम करेंगे। सभी आशा कार्यकर्ताओं ने काम शुरु कर दिया है।

 ऐसे निभा सकते हैं भागीदारी

कोई ऐसा व्‍यक्ति जिसके अन्‍दर क्षय रोग के लक्षण हों उसे स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र पर ले जाकर जांच कराएं।

कोई व्‍यक्ति जो क्षय रोग से पीडि़त हो उसे मानसिक संबल दें तथा पोषण पोटली उपलब्‍ध कराएं ।

क्षय रोग के लक्षणों के बारे में लोगों को जागरुक करें तथा उनको जांच कराने के लिए प्रेरित करें ।

क्षय रोगियों के घर जाकर संक्रमण न फैले, इसके लिए जागरुक करें।