195 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 9.42 लाख से ज्यादा लोगों की हुई स्क्रीनिंग
टीबी रोगी खोज अभियान—–
-टीबी के संभावित 1723 मरीजों के बलगम की कराई गई जांच, 86 पॉजिटिव
– पॉजिटिव मिले मरीजों का पंजीकरण कराकर कराया जा रहा है इलाज
कबीर बस्ती न्यूज।
बस्ती। राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर चलाए गए टीबी रोगी खोज अभियान में जिले में 9.42 लाख लोगों की स्क्रीनिंग कराई गई। जिले के 195 सेंटर पर यह अभियान तीन सप्ताह तक चला। स्क्रीनिंग के बाद संभावित 1723 लोगों के बलगम की जांच कराई गई, इसमें 84 की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। इन मरीजों को पंजीकृत कर इलाज कराया जा रहा है।
हर्रैया ब्लॉक के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर डुहवा के सीएचओ रवि सोनकर ने बताया कि आशा कार्यकर्ता की मदद से लोगों को सेंटर पर बुला कर उनकी पहले स्क्रीनिंग की गई। 29 लोग ऐसे मिले, जिनमें टीबी के लक्षण थे। उनके बलगम का सैम्पल लेकर जांच के लिए टीबी यूनिट हर्रैया भेजा गया, जिसमें दो लोगों का सैम्पल पॉजिटिव मिला है। सल्टौआ ब्लॉक के सेंटर चौकवा की सीएचओ प्रियंका पाल ने 20 मरीजों के बलगम की जांच कराई करवाया था, दो पॉजिटिव मिले हैं। हर्रैया ब्लॉक के निदुरी सेंटर पर तैनात सीएचओ शीला ने 61 लोगों का सैम्पल लेकर जांच के लिए भेजा, एक टीबी पॉजिटिव मिला। विक्रमजोत ब्लॉक के रूपगढ़ सेंटर पर तैनात सीएचओ अंजली पटेल ने 20 लोगों के बलगम की जांच कराई, एक की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। टीबी रोगियों को खोजने के लिए छह जून तक 21 दिवसीय टीबी रोगी खोज अभियान हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर चलाया गया।
दो प्रकार की होती है टीबी
टीबी दो प्रकार की होती है। पलमोनरी टीबी फेफड़ों की टीबी होती है। बलगम या एक्स-रे जांच से इसकी पुष्टि होती है। इसके अतिरिक्त अन्य सभी प्रकार की टीबी को एक्सट्रा पलमोनरी टीबी कहते हैं। यह हड्डियों, जोड़ों, लिम्फनोड, जननांग, मूत्रांग, मस्तिष्क, आंत अर्थात बाल व नाखून छोड़कर कही हो सकती है।
टीबी के लक्षण-
दो सप्ताह या उससे अधिक समय तक खांसी या बुखार आना,लगातार वजन में कमी आना, भूख न लगना,बलगम के साथ खून आना, सीने में दर्द रहना, छाती के एक्स-रे में असमान्य शाम को पसीने के साथ बुखार आना।