73 सालों में पहली बार होगी किसी महिला की फांसी
नई दिल्लीः दिल्ली के निर्भया कांड के चार दोषियों को फांसी पर लटकाने वाला जल्लाद पवन अब अमरोहा की शबनम को फांसी देगा। शबनम ने 2008 में अपने प्रेमी की मदद से घर के सात लोगों को कुल्हाड़ी से काटकर मौत के घाट उतार दिया था। शबनम की फांसी का फैसला हो चुका है लेकि तारीख मुकर्रर नही है। आजादी के 73 सालों में पहली बार ऐसा होना जा रहा है जब किसी महिला को फांसी पर लटकाया जायेगां।
फांसीघर को लेकर मेरठ के पवन जल्लाद ने बताया कि वह बेहद जीर्ण और शीर्ण हालत में था. जिस तख्ते पर खड़ा करके दोषी को फांसी दी जाती है वह भी टूटा हुआ था. पवन के अनुसार उसे अब बदलवा दिया गया है। वहीं उन्होनें कहा कि लीवर की खिंचाई भी ठीक से नहीं हो रही थी तो तेल लगवाकर लीवर को अब नरम कर दिया गया है. पवन जल्लाद का कहना है कि मथुरा जेल का फांसीघर पूरी तरह से तैयार हो गया है। मथुरा जेल को लेकर खास बात यह है कि पहली बार यहां किसी महिला को फांसी दी जाएगी. मथुरा में स्थित इस महिला फांसीघर को करीब 150 साल पहले स्थापित किया गया था।