8 वरिष्ठ कांग्रेसियों ने दिया इस्तीफा, तरजीह न दिये जाने का आरोप
भूपेश बघेल की जनसभा में अनदेखी से शुरू हुई इस्तीफे की पूष्ठभूमि
8 वरिष्ठ कांग्रेसियों का इस्तीफा, कहा विचार नही बदलेंगे
कबीर बस्ती न्यूज,बस्ती।उ0प्र0।
जनपद के रूधौली में 07 दिसम्बर को आयोजित छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पुराने कांग्रेसियों को तरजीह न दिये जाने और कार्यक्रम की नाकामी का साइड इफेक्ट दिखने लगा है। अनदेखी से नाराज आधा दर्जन से ज्यादा वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को अपना इस्तीफा भेज दिया।
आरोप है कि जिलाध्यक्ष अंकुर वर्मा उन्हे समय से कार्यक्रमों की सूचना नही देते और हमेशा कम उम्र के लड़कों को तरजीह देते हुये उन्हे आगे रखते हैं। दर्जनों कांग्रेसी तरजीह न दिये जाने से नाराज हैं। कई बार इससे पूर्व भी नेतृत्व को सावधान किया गया लेकिन कोई सुधार नही हुआ। भेजे गये इस्तीफे में नेताओं ने जिलाध्यक्ष अंकुर वर्मा के दृष्टिकोण को संकुचित बताते हुये कहा है कि वे पार्टी को लाभ प्राप्त करने वाला प्लेटफार्म मानते हैं। आरोप ये भी पुराने कांग्रेसी पार्टी में घुटन महसूस कर रहे हैं। इन्ही सब कारणों से मुख्यमंत्री की जनसभा जिसमे रिकार्छ भीड़ जुटनी चाहिये थी, एक नुक्कड़ सभा तक सिमट कर रह गयी।
ज्ञानेन्द्र पाण्डेय ‘‘ज्ञानू’ ने इस्तीफा देने के बाद प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा पार्टी की विचारधाराओं को अपने जीवनचर्या बना चुके कांग्रेसियों की तौहीन बर्दाश्त के काबिल नही है। पार्टी को इस्तीफा भेजा गया है इसका कारण सिर्फ स्थानीय स्तर पर वरिष्ठजनों को तरजीह न दिया जाना है। विचार कई दशक से कांग्रेसी हैं और आगे रहेंगे। लेकिन अपेक्षित सम्मान न मिलने से लोग कुंठित हैं। पार्टी प्रवक्ता मो. रफीक खां ने कहा छोटी छोटी बातें ध्यान न देने से बड़ा हो जाती हैं। जिलाध्यक्ष ने पार्टी में वो हालात ला दिया है कि आगे भी इस्तीफों का दौर चलेगा और वरिष्ठजन धीरे धीरे किनारा करते जायेंगे। बेहतर होगा जिले सतर पर कार्यशैली मे सुधार किया जाये। इसतीफा देने वालों में प्रमुख रूप से उपाध्यक्ष रामभवन शुक्ल, ज्ञानेन्द्र पाण्डेय ‘ज्ञानू’ प्रवक्ता मो. रफीक खां, भूमिधर गुप्ता जिलाध्यक्ष पिछड़ा वर्ग, आलोक तिवारी जिला सचिव, देवी प्रसाद पाण्डेय जिला सचिव, ज्ञान प्रकाश पाण्डेय उपाध्यक्ष सेवादल आदि शामिल हैं। ये संख्या और बढ़ सकती है।